जाति जनगणना का फैसला व्यवस्था परिवर्तन का हिस्सा, विपक्ष पर बरसे महिपाल ढांडा

पानीपत, 1 मई . केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में जाति आधारित जनगणना को मंजूरी देने के फैसले पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि यह फैसला किसी बड़े व्यवस्थागत परिवर्तन की आवश्यकता के चलते लिया गया होगा.

पानीपत में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ढांडा ने कहा कि यह मुद्दा लंबे समय से चर्चा में था और विभिन्न राज्यों से इसकी मांग उठ रही थी. उन्होंने कहा, “वर्षों से यह मामला चला आ रहा था. आज शायद इसकी जरूरत महसूस हुई होगी या फिर व्यवस्था में बदलाव के लिए यह निर्णय लिया गया होगा.”

महिपाल ढांडा ने विपक्ष पर भी हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष बिना सोचे-समझे अनाप-शनाप बयानबाजी करता है और बाद में सरकार के फैसलों को अपनी उपलब्धि बताने लगता है. ढांडा ने कहा, “विपक्ष का काम केवल चिल्लाना है. जब उस काम को अंतिम रूप दिया जाता है, तब वे कहते हैं कि यह तो हमारी घोषणा थी.”

उन्होंने विपक्षी नेताओं को ‘तुगलकी’ करार देते हुए कहा कि वे अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए ऐसे हथकंडे अपनाते हैं. ढांडा ने जोर देकर कहा कि हिंदुस्तान की जनता ने विपक्ष को नकार दिया है और वह उनकी रणनीतियों को समझ चुकी है.

शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि जाति जनगणना का निर्णय केंद्र सरकार का एक सोचा-समझा कदम है, जो सामाजिक और प्रशासनिक सुधारों को ध्यान में रखकर लिया गया है. उन्होंने कहा कि यह फैसला देश के सामाजिक ढांचे को और मजबूत करेगा. ढांडा ने विपक्ष की आलोचनाओं को खारिज करते हुए कहा कि सरकार के इस कदम से समाज के सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व और अवसर मिलेगा.

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