शिमला, 12 मई . हिमाचल प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत का बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि अभी देश में चुनाव चल रहे हैं. लेकिन, देशवासियों ने तय कर लिया है कि अबकी बार 400 पार. अभी चुनावी परिणाम आने में लंबा समय है. लेकिन, दुनिया के राष्ट्राध्यक्षों में होड़ मची है कि शपथ ग्रहण के बाद नरेंद्र मोदी सबसे पहले उनके देश में आएं.
उन्होंने कहा कि यह देश की राजनीति में पहली बार हो रहा है कि किसी नेता के प्रति समय के साथ-साथ भरोसा बढ़ता जा रहा है. प्रो-इनकम्बेंसी की लहर चल रही है. हर बार के चुनाव में देश के लोग नरेंद्र मोदी को और ज़्यादा स्नेह और समर्थन देते जा रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने अपना संपूर्ण जीवन देश की सेवा में समर्पित कर दिया है. देश के लोग आज सोचते हैं कि ऐसा नेतृत्व हमें पहले क्यों नहीं मिला.
जयराम ठाकुर ने कांग्रेस के नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कहते हैं कि चलते संस्थान बंद करना भी हिम्मत का काम है. 10 हजार युवाओं को एक झटके में नौकरी से निकाल दिया. इसी चौड़ा मैदान में हजारों युवा महीनों तक बर्फ और बरसात में अनशन करते रहे. अपनी नौकरी के परिणाम जारी करने के लिए इस चौड़ा मैदान पर महीनों डेरा डाला. लेकिन, सरकार ने धरना देने पर ही रोक लगा दी. प्रदेश सरकार बहुमत खो चुकी और जनता की नजर में भी गिर गई है. जिस तरह से कांग्रेस का विलोपन हो रहा है, आने वाले समय में कांग्रेस खोजे नहीं मिलेगी.
उन्होंने कहा कि हमने बिना कोई गारंटी दिए महिलाओं का किराया आधा किया, बिजली और पानी का बिल माफ लिया. हिमकेयर से 5 लाख का निशुल्क इलाज दिया, सहारा योजना दी, दुख इस बात का है कि गारंटी देने वाली सरकार ने यह सभी सुविधाएं बंद कर दी है. कांग्रेस इसी तालाबंदी को विकास कह रही है. अब हिमाचल के लोगों की बारी है, ऐसी सरकार और ऐसे लोगों की तालाबंदी करिए. सड़कों, अस्पतालों, स्कूलों का काम रुका पड़ा है. हिमकेयर से इलाज रुक गया है. पेंशन रुक गई है.
उन्होंने कहा कि पिछले दस साल के कार्यकाल में भारत ने एक ऐतिहासिक विकास यात्रा देखी, आने वाले समय में यह यात्रा इसी तरह से जारी रखने के लिए पीएम मोदी को हिमाचल से भारी संख्या में समर्थन देना है. केंद्र सरकार द्वारा दी गई योजनाओं के चलते हिमाचल की स्थिति पूरी तरह बदल गई है. आज हिमाचल में फोर लेन सड़कें हैं, एम्स जैसे संस्थान हैं तो अटल टनल जैसी सुरंग के अलावा दर्जनों सुरंगें हैं.
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एकेएस/एबीएम