मुंबई, 29 जनवरी . महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने बुधवार को एग्जाम सेंटर पर बुर्का पहनने की अनुमति देने की मांग को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी. राणे ने कहा कि हमारी सरकार हिंदुत्ववादी विचारधारा की सरकार है. हम किसी भी प्रकार का तुष्टिकरण सहन नहीं करेंगे.
नितेश राणे ने स्पष्ट कर दिया कि जो नियम हिंदू धर्म के छात्र-छात्राओं पर लागू है, वही नियम सभी पर लागू होना चाहिए. बुर्का और हिजाब अपने घरों पर पहनें, स्कूल में यूनिफार्म पहनकर आएं. बुर्का डालने से कई तरह के नुकसान होते हैं. कॉपी चोरी और नियमों का उल्लंघन जैसे मामलों में बढ़ोतरी होती है, इससे कानून व्यवस्था में भी समस्या उत्पन्न होती है. भारत का संविधान सभी के लिए समान है, यहां सरिया कानून नहीं चलेगा. अगर किसी को बुर्का पहनकर परीक्षा देनी है, तो उन्हें पाकिस्तान और बांगलादेश चले जाना चाहिए.
सिद्धिविनायक मंदिर प्रशासन द्वारा ड्रेस कोड लागू किए जाने पर सुप्रिया सुले के सवालों के जवाब में राणे ने कहा कि सुप्रिया सुले को हिंदू फोबिया है. यही सुप्रिया सुले थीं, जिन्होंने तीन तलाक का समर्थन किया था और लव जिहाद के खिलाफ कभी कुछ नहीं बोला. उनके बयान पर हमें कोई आश्चर्य नहीं है.
वक्फ बोर्ड पर शिवसेना यूबीटी नेता अरविंद सावंत के बयान पर उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे अब मुल्ला उद्धव ठाकरे बन चुके हैं. जब मातोश्री पर वफ्फ बोर्ड लगेगा, तब उन्हें समझ में आएगा कि वक्फ बोर्ड क्या चीज है. उद्धव ठाकरे की पार्टी अब महाराष्ट्र की मुस्लिम लीग बन चुकी है. उनकी पार्टी और ओवैसी की पार्टी में कोई फर्क नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या जैसे अवैध प्रवासियों को देश और महाराष्ट्र से पूरी तरह से बाहर किया जाना चाहिए. महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार इस दिशा में काम कर रही है. आने वाले समय में महाराष्ट्र रोहिंग्या और बांग्लादेशियों से मुक्त होगा.
महाराष्ट्र में यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में यूसीसी जरूर लागू होगा, लेकिन यह कब लागू किया जाएगा, यह मुख्यमंत्री तय करेंगे.
विपक्ष द्वारा महाकुंभ में भगदड़ मचने के बाद उठाए गए सवालों पर राणे ने कहा कि विपक्ष ने कभी हज यात्रा को लेकर सवाल उठाए हैं क्या? हज के लिए अलग नियम हैं और कुंभ के लिए अलग. यह एक धार्मिक अवसर है और वहां भगदड़ मचने पर सवाल उठाने का कोई औचित्य नहीं है.
राणे ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर भी तल्ख टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को गंगा स्नान करना चाहिए, इसके बाद उन्हें समझ में आएगा कि उन्होंने क्या कहा.
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