रांची, 8 नवंबर . मणिपुर में आदिवासियों की स्थिति पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की टिप्पणी पर असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि झारखंड में आदिवासियों की स्थिति देश में सबसे खराब है.
उन्होंने कहा कि मणिपुर में आदिवासी झारखंड की तुलना में ज्यादा सुरक्षित हैं. वहां आदिवासियों की जनसंख्या लगातार बढ़ी है, जबकि झारखंड के संथाल परगना में आदिवासी लगातार घट रहे हैं. 1951 में झारखंड के संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी 44 प्रतिशत थी, जो 2011 में घटकर 28 प्रतिशत हो गई.
हिमंता बिस्वा सरमा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि झारखंड में आदिवासियों की जमीन घुसपैठिए लूट रहे हैं और घुसपैठियों को कौन संरक्षण दे रहा है? एक नंबर हेमंत सोरेन और दो नंबर राहुल गांधी. एक आदिवासी नेता होने के नाते यह हेमंत सोरेन की जिम्मेदारी है कि झारखंड में एक भी घुसपैठिया नहीं होना चाहिए. भाजपा हमेशा से भारत के नाम पर वोट मांगती है और घुसपैठियों को बाहर निकालने की बात करती है. हम धर्म की बात नहीं करते हैं. हम घुसपैठियों की बात करते हैं और घुसपैठिए किस धर्म के हैं, किस धर्म से नहीं हैं, यह आप देखो, यह हमारे देखने का काम नहीं है.
सरमा ने कहा कि हम चुनाव झारखंड में बेटी, माटी, रोटी की लूट के मुद्दे पर लड़ रहे हैं. हमारा सवाल है कि सिदो-कान्हू की जन्मभूमि भोगनाडीह में आदिवासियों की संख्या कैसे कम हो गई? क्या राहुल गांधी ने इस बारे में कुछ बोला? क्या यह राहुल गांधी ने बताया कि अगर कोई घुसपैठिया आदिवासी बेटियों से शादी करेगा, उनके बेटे को आदिवासी सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा?
राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए असम के सीएम ने कहा कि देश में राहुल गांधी से ज्यादा नफरत फैलाने वाला कौन है? हिंदू समाज को बांटने का जो षड्यंत्र राहुल गांधी ने किया है, ऐसा षड्यंत्र ब्रिटिश ने भी नहीं किया था. राहुल गांधी समाज को बांटना चाहते हैं, हिंदू समाज को बांटना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पूछना चाहिए कितने आदिवासी लड़कों को नौकरी मिली. अमेरिका में आरक्षण हटाने की बात राहुल गांधी ने क्यों की? जेएमएम और कांग्रेस की सरकार ने ओबीसी को 27 प्रतिशत रिजर्वेशन क्यों नहीं दिया, इस बात पर राहुल गांधी को जवाब देना चाहिए.
–
एसएनसी/एबीएम