जन-केंद्रित शासन : शी चिनफिंग के नेतृत्व का मूल सिद्धांत

बीजिंग, 15 जून . चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के लिए “जनता” उनके शासन दर्शन का एक महत्वपूर्ण और केंद्रीय स्तंभ है. उनका मानना है कि “जनता को लाभ पहुंचाना सबसे बड़ी राजनीतिक उपलब्धि है. जनता के बारे में सोचना, जनता की चिंताओं के बारे में चिंता करना और जनता के जीवन को अधिक खुशहाल व संतोषजनक बनाना ही वास्तविक लक्ष्य है.”

18वीं सीपीसी राष्ट्रीय कांग्रेस (नवंबर 2012) के बाद से, शी चिनफिंग ने 100 से अधिक बार जमीनी स्तर का दौरा किया है.

उन्होंने मंडपों में नीतियों की व्याख्या की है, केबिनों में लोगों की रिपोर्टें सुनी हैं, खेतों में किसानों की आजीविका के बारे में पूछा है और कारखाने की कार्यशालाओं में विकास के खाके तैयार किए हैं. लोगों की तत्काल आवश्यकताएं और अपेक्षाएं महत्वपूर्ण केंद्रीय बैठकों के एजेंडे में प्रमुखता से शामिल की गई हैं और बार-बार सुधारों का केंद्र बिंदु बनी हैं.

हाल ही में, 20वीं सीपीसी केंद्रीय समिति के तीसरे पूर्ण सत्र द्वारा समीक्षा और पारित किए गए “सुधारों को और गहरा करने तथा चीनी शैली के आधुनिकीकरण को बढ़ावा देने पर सीपीसी केंद्रीय समिति के निर्णय” में “जनता” शब्द का 46 बार उल्लेख किया गया है.

इसके अलावा, “15वीं पंचवर्षीय योजना” का मसौदा तैयार करते समय, शी चिनफिंग ने “लोगों से सलाह लेने के साथ शीर्ष-स्तरीय डिजाइन को एकीकृत करने” और “अपनी मूल आकांक्षा के प्रति सच्चे रहने तथा लोगों को लाभ पहुंचाने को मौलिक मूल्य अभिविन्यास के रूप में लेने” पर विशेष जोर दिया.

शी चिनफिंग के शब्दों में, “हमें हमेशा जनता के साथ सामंजस्य बिठाना चाहिए, जनता के साथ सुख-दुख साझा करना चाहिए, जनता के साथ एकजुट होना चाहिए और संघर्ष करना चाहिए, लगन और कर्तव्यनिष्ठा से काम करना चाहिए, और इतिहास व जनता को संतोषजनक जवाब देने का प्रयास करना चाहिए.” यह देश और इसके 1.4 अरब से अधिक लोगों के लिए शी चिनफिंग का सच्चा दिल और एक नेता के रूप में उनका ईमानदार समर्पण है.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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