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New Delhi, 11 सितंबर . क्राइम ब्रांच की सेंट्रल रेंज टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक खतरनाक फरार आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी लंबे समय से हत्या के मामले में वांछित था.
52 वर्षीय मोहम्मद समसाद आलम को तुगलकाबाद इलाके से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी सालों से अदालत की कार्यवाही से बचता आ रहा था और उसे घोषित अपराधी (पीओ) घोषित किया जा चुका था.
Police के अनुसार, समसाद आलम First Information Report संख्या 738/2016 में वांछित था, जो थाना गोविंदपुरी, दिल्ली में धारा 302 (हत्या) और 201 (साक्ष्य नष्ट करना) आईपीसी के तहत दर्ज है. गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी पिछले कई वर्षों से जगह-जगह छिपता रहा और उसने अदालत की कई समन और नोटिस को नजरअंदाज कर दिया.
9 सितंबर की रात इंस्पेक्टर वीर सिंह के नेतृत्व में सेंट्रल रेंज क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूचना और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपी का पता लगाया. ऑपरेशन में एसआई अबोध शर्मा, एएसआई दीपचंद, हेड constable संदीप, हेड constable विनोद, हेड constable मनोज और constable सुमित शामिल थे. ऑपरेशन में हेड constable संदीप की अहम भूमिका रही. उनकी जांच कौशल और तकनीकी जानकारी के चलते टीम आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखने और उसके ठिकाने की सही जानकारी जुटाने में सफल रही. रात करीब 11 बजे जैसे ही आरोपी तुगलकाबाद स्थित अपने घर में दाखिल हुआ, Police की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में मोहम्मद समसाद आलम ने हत्या की वारदात में अपनी संलिप्तता स्वीकार की. साथ ही उसने माना कि वह जानबूझकर अदालत से बचता रहा और नोटिसों को नजरअंदाज करता रहा.
एक अन्य कार्रवाई में 9 और 10 सितंबर की रात क्राइम ब्रांच ने भलस्वा डेयरी हत्याकांड के वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया. यह गिरफ्तारी बल्लभगढ़ मेट्रो स्टेशन के पास से हुई. आरोपी वकील मलिक पिछले करीब एक साल से Police को चकमा देकर गिरफ्तारी से बच रहा था.
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पीएसके