दीप्ति के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत भारत ने वेस्टइंडीज को क्लीन स्वीप किया

वडोदरा, 27 दिसंबर . ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को कोटांबी स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच विकेट की जीत के साथ वनडे सीरीज में 3-0 से जीत दिलाई.

उनके छह विकेट लेने और फिर शांत और नाबाद 39 रन बनाने की बदौलत भारत ने बादलों से घिरे आसमान में चुनौतीपूर्ण मैदान पर पांच विकेट से जीत दर्ज की.

पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम 162 रन पर सिमट गई. पहले ही ओवर में रेणुका सिंह ने डबल स्ट्राइक के साथ लय हासिल कर ली. कियाना जोसेफ एक हल्की टिकल पर विकेट के पीछे कैच आउट हो गईं और चार गेंद बाद ही फॉर्म में चल रही हेली मैथ्यूज शानदार इन-डकर का शिकार बन गईं.

पांचवें ओवर में डिएंड्रा डॉटिन की पारी का अंत हुआ, जब रेणुका ने अपना तीसरा विकेट लिया, जिससे मेहमान टीम का स्कोर 9/3 हो गया.

रेणुका ने चार विकेट लिए, और शीर्ष क्रम को सटीकता से ढेर कर दिया. लेकिन दीप्ति शर्मा के 6/31 के आंकड़े ने मध्य और निचले क्रम को तहस-नहस कर दिया, जिससे सुनिश्चित हो गया कि वेस्टइंडीज अपनी खराब शुरुआत से कभी उबर नहीं पाए.

इस बीच, चिनेल हेनरी और शेमेन कैम्पबेल ने चौथे विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी करके उम्मीद की किरण जगाई. हेनरी, जो सीरीज का अपना पहला वनडे खेल रही थीं, ने खराब शुरुआत से उबरते हुए अपना तीसरा अर्धशतक बनाया. उनकी पारी में बेहतरीन कट और ग्लाइड शामिल थे, जिसमें डेब्यू करने वाली बाएं हाथ की स्पिनर तनुजा कंवर की गेंद पर लगाया गया छक्का भी शामिल था.

इस बीच, कैम्पबेल ने स्पिन के खिलाफ सकारात्मक खेल दिखाया और प्रिया मिश्रा के एक ओवर में तीन चौके लगाए. अपने पैरों का इस्तेमाल करते हुए, वह दीप्ति शर्मा की गेंद पर 46 रन बनाकर आउट होने से पहले बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थीं. गलत समय पर लगाया गया बड़ा शॉट लॉन्ग-ऑन पर प्रतीक रावल के सुरक्षित हाथों में जा गिरा, जिससे एक और पतन हुआ.

दीप्ति की निरंतर सटीकता और चालाकी ने वेस्टइंडीज को काबू में रखा. जैदा जेम्स को हरमनप्रीत कौर ने स्लिप में शानदार तरीके से कैच किया, और एलीने का संक्षिप्त प्रतिरोध शॉर्ट मिडविकेट पर एक शांत चिप के साथ समाप्त हुआ. हेनरी की बेहतरीन 61 रन की पारी को दीप्ति की सीधी गेंद ने छोटा कर दिया, जिससे वह बोल्ड हो गईं. वेस्टइंडीज ने अपने आखिरी पांच विकेट सिर्फ 21 रन पर गंवा दिए, और 38.2 ओवर में पूरी टीम ढेर हो गई.

163 रनों का पीछा करते हुए, भारत की शुरुआत आदर्श से बहुत दूर थी. स्मृति मंधाना (4) और हरलीन देओल (1) जल्दी ही आउट हो गईं, और प्रतीक रावल (18) के हेली मैथ्यूज की ऑफ-स्पिन पर आउट होने से दबाव और बढ़ गया.

कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पारी को संभालने के लिए कदम बढ़ाया, उन्होंने कवर ड्राइव का शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 13 गेंदों पर डिएंड्रा डॉटिन की गेंद पर शानदार चौके के साथ 23 रन बनाए, लेकिन 32 रन पर अफी फ्लेचर की स्किडिंग डिलीवरी ने उन्हें बोल्ड कर दिया. 129 रन पर 5 विकेट पर भारत को लक्ष्य अनिश्चित लग रहा था.

हालांकि, दीप्ति शर्मा ने एक बार फिर मौके का फायदा उठाया. मैथ्यूज द्वारा 21 रन पर स्लिप में गिराए जाने के बाद, उन्होंने अपने दूसरे मौके का फायदा उठाया और 39 रन बनाकर पारी को संभाला. दीप्ति के साथ मिलकर, रिचा घोष ने 11 गेंदों पर 23 रन बनाकर पारी को अंतिम रूप दिया. उनके कैमियो में तीन छक्के शामिल थे, जिनमें से दो अफी फ्लेचर की लगातार गेंदों पर आए. घोष की निडर बल्लेबाजी ने सुनिश्चित किया कि भारत 12 ओवर शेष रहते जीत हासिल कर ले.

भारत की पांच विकेट की जीत ने न केवल सीरीज में जीत सुनिश्चित की, बल्कि उनकी हरफनमौला क्षमता को भी दर्शाया. दीप्ति शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया.

संक्षिप्त स्कोर: वेस्ट इंडीज 38.5 ओवर में 162 रन (चिनेल हेनरी 61, शेमेन कैम्पबेल 46; दीप्ति शर्मा 6/31, रेणुका सिंह 4/29) भारत से 28.2 ओवर में 5 विकेट पर 167 रन (दीप्ति शर्मा नाबाद 39, हरमनप्रीत कौर 32; डिएंड्रा डॉटिन 1-27) से पांच विकेट से हार गई.

आरआर/