नई दिल्ली, 14 अक्टूबर, . अमेरिका ने अपने सबसे एडवांस्ड मिसाइल डिफेंस सिस्टम में से एक टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) को 100 अमेरिकी सैनिकों के साथ इजरायल में तैनात करने का फैसला लिया है. इस महीने की शुरूआत में इजरायल पर ईरान के बड़े मिसाइल अटैक को देखते हुए यह कदम उठाया गया. थाड की तैनाती से इजरायल की सुरक्षा मजबूत होगी.
थाड एक अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. इसे छोटी, मीडियम और इंटरमीडिएट रेंज की बैलिस्टिक मिसाइलों का मुकाबला करने के लिए डिजाइन किया गया है.
पेंटागन ने शुक्रवार को कहा कि वह ईरानी मिसाइल हमलों के बाद इजरायल की मिसाइल रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए वहां थाड बैटरियां तैनात करेगा.
थाड में लगातार सुधार किए जा रहे हैं ताकि उभरते खतरों के खिलाफ इसकी प्रभावशीलता को बढ़ाया जा सके.
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक थाड में आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को उनकी उड़ान के शुरुआती चरण में ही रोक देने की क्षमता है.
इसका रडार 870 से 3,000 किमी की दूरी से खतरे को ट्रैक कर सकता है.
एक स्टैंडर्ड थाड बैटरी में छह ट्रक-माउंटेड लॉन्चर शामिल होते हैं जिनमें से प्रत्येक में रडार और रेडियो उपकरण के साथ आठ इंटरसेप्टर तक हो सकते हैं.
मीडिया की खबरों के मुताबिक हर लॉन्चर को फिर से लोड करने में लगभग 30 मिनट लगते हैं और एक पूरी बैटरी को ऑपरेट करने के लिए 95 अमेरिकी सैनिकों की जरूरत होती है.
थाड का एक अहम पहलू यह है कि इसे विशेष रूप से अमेरिकी कर्मियों द्वारा ऑपरेट किया जाता है. इसका मतलब है कि इजरायल में इसकी तैनाती के साथ ही अमेरिकी सैनिकों की मौजदूगी भी जरूरी होगी. यही बात ईरान को सबसे ज्यादा परेशान कर रही है.
ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराघची ने चेतावनी दी कि इजरायल में अपने सैनिकों को तैनात करके अमेरिका इनकी जान खतरे में डाल रहा है.
अराघची ने रविवार को सोशल मीडिया पर यह टिप्पणी की. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मंत्री ने अमेरिका पर इजरायल को ‘अभूतपूर्व स्तर की सैन्य मदद’ प्रदान करने का आरोप लगाया. उन्होंने आंकड़ें भी साझा किए जिनके मुताबिक 2024 में इजरायल को अमेरिकी सैन्य सहायता 17.9 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी, जो एक रिकॉर्ड होगा.
बता दें ईरान की ओर से 1 अक्टूबर की रात इजरायल पर बड़ा मिसाइल अटैक किया गया. इजरायल के चैनल 13 टीवी समाचार के मुताबिक ईरान की ओर से कम से कम 200 जमीन से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें दागी गईं, जिससे पूरे देश में सायरन बजने लगे और लाखों लोग शेलटर्स की ओर भागे.
ईरान का कहना है कि यह बमबारी हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हानिया, हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अब्बास निलफोरुशन की हत्याओं के जवाब में की गई.
ईरान हमास और हिजबुल्लाह को खुलकर समर्थन देता आया है.
ईरानी हमले के कुछ घंटों बाद, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के दौरान कहा, “ईरान ने आज रात एक बड़ी गलती की है, और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.”
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