नई दिल्ली, 23 जुलाई . मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट मंगलवार को लोकसभा में पेश किया गया. इस बजट पर उद्योग जगत से लगातार प्रतिक्रिया आ रही हैं. टेक्सटाइल इंडस्ट्री के विशेषज्ञ रतन पोद्दार ने बजट को लेकर असंतोष प्रकट किया है.
रतन पोद्दार ने से बातचीत में कहा, “सरकार ने इस बार भी हमारे सेक्टर को बजट में कुछ नहीं दिया है. जबकि यह देश का दूसरा सबसे बड़ा सेक्टर है, जो भारत सरकार को हर साल करोड़ों का मुनाफा कराता है.”
उन्होंने कहा, “भारत को टेक्सटाइल के क्षेत्र में पाकिस्तान, चीन, बांग्लादेश और वियतनाम समेत कई देशों से कड़ी टक्कर मिलती है. चीन से जिस भाव में माल मिलता है, वैसा अपने यहां नहीं मिल पाता है. चीन की बिजली और श्रम की दर का भारत में मुकाबला नहीं किया जा सकता और इसका सीधा असर हमारे एक्सपोर्ट पर पड़ता है.”
विशेषज्ञ रतन पोद्दार ने चीन से भारत की तुलना पर कहा, “हम चीन के सामने पांच प्रतिशत भी इंटरनेशनल मार्केट में एक्सपोर्ट नहीं कर पाते हैं. उसके पीछे कच्चा माल का नहीं मिलना भी एक बड़ी वजह है.”
उन्होंने नई कर व्यवस्था को सराहनीय कदम बताया. उन्होंने कहा कि टैक्स में बदलाव को लेकर जो ऐलान किए गए हैं, वे सही हैं. छूट देना एक अच्छी चीज है. लेकिन, लोकसभा चुनाव के बाद पैदा हुई स्थितियों के मद्देनजर उन्होंने आंध्र प्रदेश और बिहार पर फोकस किया है.
रतन पोद्दार ने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों को भी इस बजट में कुछ देना चाहिए था. यहां बड़े प्रोजेक्ट आएंगे, तभी काम होगा. इस बजट में नौकरी को लेकर जो ऐलान किए गए हैं, उसका असर लंबे समय बाद जमीन पर दिखाई देगा.
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