मणिपुर : गांव के लोगों के जवाबी हमले से भागे आतंकी, कोई हताहत नहीं

इंफाल, 18 सितंबर .  मणिपुर में कुछ संदिग्ध उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले के मोंगबुंग मैतेई गांव में फिर से गोलीबारी की है. इस घटना की जानकारी स्थानीय अधिकारियों ने बुधवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए दी.

इम्फाल में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध उग्रवादियों ने मंगलवार रात अपने आधुनिक हथियारों से कई राउंड गोलियां चलाई. इस पर गांव के लोगों ने भी पलटवार किया. गांव के लोगों ने भी उग्रवादियों पर गोलियां चलाई, जिससे वह भाग गए.

उन्होंने आगे बताया कि आधे घंटे तक हुई गोलीबारी में कोई घायल नहीं हुआ.

संयुक्त सुरक्षा बलों की टीम इलाके में पहुंच गई है और आतंकवादियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.

राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दक्षिणी असम से सटे मिश्रित आबादी वाले जिरीबाम जिले में स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

पुलिस अधिकारियों ने गांव के लोगों से इस अभियान में सुरक्षा बलों की मदद करने और आतंकवादियों को पकड़ने का अनुरोध किया है.

राज्य में 1 से 7 सितंबर के बीच कई जिलों में हुई हिंसा की कई घटनाओं के चलते कई जिलों में सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है. इन घटनाओं में 12 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 लोग घायल हो गए. मृतकों में दो महिलाएं भी शामिल हैं.

हिंसक घटनाओं और उग्रवादी हमलों के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद, मणिपुर सरकार ने 6 सितंबर को राज्य भर में शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया.

इससे पहले पूरे राज्य में घटनाओं पर छात्रों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राज्य सरकार ने 6 सितंबर को पूरे प्रदेश में शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया था.

हालांकि, बंद के 11 दिन बाद मंगलवार को राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज और तकनीकी संस्थान फिर से खोल दिए गए हैं.

सेना और असम राइफल्स ने सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और मणिपुर पुलिस के साथ मिलकर घाटी और पहाड़ी क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी अभियान चला रखा है.

इससे पहले राज्य में आतंकवाद की घटनाओं में कमी आने की वजह से मणिपुर सरकार ने सोमवार को घाटी के पांच जिलों – इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, थौबल, विष्णुपुर और काकचिंग में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर सप्ताह भर से लगा प्रतिबंध हटा लिया था.

पीएसएम/जीकेटी