दिल्ली में आवारा कुत्तों का आतंक : विजय गोयल ने छेड़ा जन आंदोलन, 27 अप्रैल को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन

नई दिल्ली, 20 अप्रैल . राजधानी दिल्ली सहित देशभर में सड़कों पर घूम रहे आवारा कुत्तों की समस्या दिन-ब-दिन विकराल होती जा रही है. इस गंभीर मुद्दे को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने एक बड़े जन आंदोलन की शुरुआत की है.

इस अभियान के तहत विजय गोयल ने आगामी 27 अप्रैल को दिल्ली के जंतर-मंतर पर बड़े स्तर पर प्रदर्शन का आह्वान किया है. इस प्रदर्शन को व्यापक जनसमर्थन देने के लिए विजय गोयल दिल्ली के विभिन्न इलाकों में लोगों से मुलाकात कर रहे हैं और इसे जन आंदोलन का रूप देने की कवायद में जुटे हैं.

इसी कड़ी में रविवार को विजय गोयल दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-3 पहुंचे, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ आवारा कुत्तों की समस्या पर विस्तृत चर्चा की. इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे.

विजय गोयल ने न केवल लोगों की समस्याएं सुनीं, बल्कि उनके सुझाव भी मांगे और इस समस्या के समाधान के लिए अपने विचार भी साझा किए. उन्होंने कहा, “आवारा कुत्तों की समस्या अब एक बड़ा मुद्दा बन चुका है. रोहिणी जैसे क्षेत्रों में भी कई लोग इन कुत्तों के हमलों का शिकार हुए हैं. हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण मांग है कि सभी आवारा कुत्तों की 100 फीसदी नसबंदी की जाए.”

गोयल ने आगे कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को मिलकर एक ठोस रणनीति बनानी होगी. यह केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के हर कोने में यह समस्या गंभीर रूप ले चुकी है.

दिल्ली में आवारा कुत्तों का आतंक आए दिन सुर्खियां बनता है. समय-समय पर ऐसे मामले सामने आते हैं, जब ये कुत्ते मासूम बच्चों, बुजुर्गों और राहगीरों पर हमला करते हैं. हाल के वर्षों में इन हमलों में वृद्धि ने आम लोगों में डर का माहौल पैदा कर दिया है. खासकर रिहायशी इलाकों में बच्चे और बुजुर्ग इस खतरे के सबसे आसान शिकार बन रहे हैं. इन परिस्थितियों को देखते हुए विजय गोयल ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाने का फैसला किया है.

रोहिणी में लोगों से बातचीत के दौरान गोयल ने बताया कि उनका उद्देश्य केवल प्रदर्शन करना नहीं, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था बनाना है, जिससे इस समस्या का स्थायी समाधान निकल सके. उन्होंने सुझाव दिया कि नसबंदी के साथ-साथ आवारा कुत्तों के लिए विशेष आश्रय स्थल बनाए जाएं और उनकी देखभाल के लिए गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को भी शामिल किया जाए. इसके अलावा, उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें, ताकि सरकार और प्रशासन पर दबाव बनाया जा सके.

विजय गोयल का यह आंदोलन दिल्ली के लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है. स्थानीय लोग इस पहल का समर्थन कर रहे हैं और इसे एक जरूरी कदम मान रहे हैं. वहीं 27 अप्रैल को जंतर-मंतर पर होने वाले प्रदर्शन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. गोयल का कहना है कि यह प्रदर्शन न केवल दिल्ली, बल्कि पूरे देश में इस समस्या के प्रति जागरूकता फैलाने का काम करेगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे इस मुहिम में शामिल हों और आवारा कुत्तों के आतंक से मुक्ति के लिए एकजुट होकर आवाज उठाएं.

एकेएस/