बीजिंग, 20 अगस्त . चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 18 अगस्त को New Delhi में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ मुलाकात की. इस मौके पर दोनों पक्षों ने समान दिलचस्पी वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर सक्रिय, रचनात्मक और दूरदर्शी चर्चा की. निम्नलिखित आम सहमति और परिणाम प्राप्त हुए.
पहला, दोनों पक्षों ने जोर दिया कि दोनों देशों के नेताओं का रणनीतिक नेतृत्व चीन-India संबंधों के विकास में अपूरणीय और महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. दोनों पक्षों का विचार है कि स्थिर, सहयोगात्मक और दूरदर्शी चीन-India संबंध दोनों पक्षों की विकास क्षमता पूरी तरह से उजागर करने के लिए लाभदायक है, जो दोनों पक्षों के समान हित के अनुरूप है. दोनों पक्षों का मानना है कि दोनों देशों के नेताओं द्वारा बनाई गई अहम सहमति का संजीदगी से कार्यान्वयन करने से चीन-India संबंधों का निरंतर, स्वस्थ और सतत विकास बढ़ाना होगा.
दूसरा, चीन भारतीय Prime Minister Narendra Modi का चीन के थ्येनचिन में होने वाले एससीओ के शिखर सम्मेलन में भाग लेने का स्वागत करता है. India ने दोहराया कि वह एससीओ का अध्यक्ष देश बनने में चीन के कार्यों का पूरा समर्थन करता है. India को आशा है कि एससीओ का थ्येनचिन शिखर सम्मेलन सफल होगा और व्यापक उपलब्धियां हासिल होंगी.
तीसरा, दोनों पक्षों ने राजनयिक गतिविधियों की मेजबानी में एक-दूसरे का समर्थन करने पर सहमति कायम की. चीन वर्ष 2026 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी में India का समर्थन करता है, वहीं India वर्ष 2027 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी में चीन का समर्थन करता है.
चौथा, दोनों पक्षों ने विभिन्न प्रकार के अंतर-Governmentी द्विपक्षीय वार्ता और आदान-प्रदान व्यवस्था को पुनः शुरू करने पर विचार-विमर्श करने, सहयोग मजबूत करने के साथ एक-दूसरे की चिंताओं का ध्यान रखने और मतभेदों का उचित नियंत्रण करने पर सहमति व्यक्त की. दोनों पक्षों ने वर्ष 2026 में India में चीन-India उच्च स्तरीय सांस्कृतिक आदान-प्रदान तंत्र का तीसरा सम्मेलन आयोजित करने पर सहमति कायम की.
पांचवां, दोनों पक्ष इस पर सहमत हुए कि वर्ष 2025 में चीन और India के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सिलसिलेवार स्मारक गतिविधियों का सफल आयोजन करने के लिए एक-दूसरे का समर्थन जारी रखा जाएगा.
छठा, दोनों पक्षों ने चीन की मुख्य भूमि और India के बीच सीधी उड़ान शीघ्र ही बहाल करने और दोनों देशों के बीच नागरिक उड्डयन परिवहन समझौते में संशोधन करने पर सहमति व्यक्त की. दोनों पक्षों ने पर्यटन, व्यापार, मीडिया और अन्य गतिविधियों में लगे लोगों को वीजा सुविधा प्रदान करने पर सहमति कायम की.
सातवां, दोनों पक्ष इस पर सहमत हुए कि वर्ष 2026 में चीन के शीत्सांग में स्थित पवित्र पर्वत और झील की भारतीय तीर्थयात्रियों की तीर्थयात्रा जारी रखी जाएगी और इसका विस्तार किया जाएगा.
आठवां, दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच आर्थिक, व्यापारिक और निवेश प्रवाह को सुविधाजनक बनाने के लिए ठोस उपाय करने पर सहमति व्यक्त की.
नौवां, दोनों पक्षों ने मित्रवत परामर्श के माध्यम से एक साथ सीमांत क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनाए रखने पर सहमति कायम की.
दसवां, दोनों पक्षों ने बहुपक्षवाद को बढ़ावा देने और प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मुद्दों पर संपर्क मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की. इसके साथ दोनों पक्ष डब्ल्यूटीओ से केंद्रित और नियम पर आधारित बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को कायम रखेंगे और विश्व का बहुध्रुवीकरण बढ़ाने के साथ विकासशील देशों के हितों की रक्षा करेंगे.
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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