नई दिल्ली, 30 मार्च . सिंगापुर आधारित इन्वेस्टमेंट फर्म टेमासेक ने हल्दीराम में माइनॉरिटी हिस्सेदारी खरीदने के लिए इक्विटी समझौता किया है. कंपनी द्वारा रविवार को जारी की गई प्रेस रिलीज में यह जानकारी दी गई.
इसे भारत के कंज्यूमर सेक्टर की सबसे बड़ी प्राइवेट इक्विटी डील माना जा रहा है.
कंपनी द्वारा बताया गया कि उसने हल्दीराम स्नैक्स फूड प्राइवेट लिमिटेड में मौजूदा शेयरधारकों से इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौता किया है. यह लेनदेन रेगुलेटरी अप्रूवल के अधीन है और इसके जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है.
हालांकि, कंपनी की ओर से इस इक्विटी समझौते में वित्तीय लेनदेन को लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की गई है, लेकिन टेमासेक की सहायक कंपनी जोंगसॉन्ग इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड ने मार्च में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से हल्दीराम में करीब 10 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की योजना की मंजूरी के लिए संपर्क किया है.
इस डील के लिए पीडब्ल्यूसी इंडिया को एक्सक्लूसिव फाइनेंशियल एडवाइजर नियुक्त किया गया है.
पीडब्ल्यूसी इंडिया के चेयरपर्सन संजीव कृष्ण ने डील के बारे में कहा कि यह डील न केवल भारत में सबसे बड़ी प्राइवेट इक्विटी कंज्यूमर डील है, बल्कि घरेलू बिजनेसेज का भी प्रतिबिंब है जो ग्लोबल स्तर पर भारत की पोजीशन को बेहतर बना रहे हैं.
हल्दीराम के प्रवक्ता ने डील पर कहा कि हम टेमासेक को निवेशक और पार्टनर के रूप में स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं. हम उनके साथ मिलकर कंज्यूमर क्षेत्र में उनके अनुभव का उपयोग करके हमारी ग्रोथ को तेज करने और बदलती कंज्यूमर डिमांड को पूरा करने के लिए तत्पर हैं.
हल्दीराम देश की सबसे बड़ी फूड चेन में से एक है. इसकी स्थापना 1937 में हुई थी. कंपनी अपने नमकीन, स्नैक्स, मिठाइयों और पैकेज्ड फूड्स के लिए प्रसिद्ध है. भारत के साथ कंपनी का कारोबार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है.
हल्दीराम में टेमासेक का हिस्सेदारी खरीदना भारत के उभरते हुए कंज्यूमर क्षेत्र को दिखाता है.
टेमासेक लंबे समय से भारत के कंज्यूमर और फूड सेक्टर में एक सक्रिय निवेशक है. 31 मार्च 2024 तक, कंपनी का नेट पोर्टफोलियो 288 अरब डॉलर का था.
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एबीएस/