तेलंगाना: मेदाराम और बसारा मंदिरों का होगा कायाकल्प, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने की समीक्षा बैठक

हैदराबाद, 8 सितंबर . तेलंगाना के Chief Minister रेवंत रेड्डी ने Monday को मेदाराम और बसारा मंदिरों के विकास कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को इन दोनों महत्वपूर्ण मंदिरों के लिए एक व्यापक मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया.

बैठक में अधिकारियों ने Chief Minister को दोनों मंदिरों के विकास की योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. Chief Minister ने विशेष रूप से मेदाराम महाजात्रा से पहले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी कार्यों को पूरा करने पर जोर दिया.

Chief Minister ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मेदाराम के विकास कार्यों को 100 दिनों के अंदर ही पूरा करने के लिए एक कार्य योजना बनाई जाए, जिससे समय रहते सभी कामों को किया जा सकता है और कम समय में निर्माण हो सके.

उन्होंने मंदिर के डिजाइन का भी निरीक्षण किया और सुझाव दिया कि सभी निर्माण कार्य प्राकृतिक पत्थरों का उपयोग करके किए जाने चाहिए ताकि मंदिरों की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान बनी रहे. इस बात का विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया.

रेवंत रेड्डी ने अधिकारियों को यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश, निकास और पार्किंग की उचित व्यवस्था हो, जिससे मंदिर आने पर श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो.

इसके साथ ही उन्होंने ने भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जम्पन्ना नदी पर एक चेकडैम बनाने की योजना तैयार करने का भी निर्देश दिया ताकि पानी का पर्याप्त भंडार बना रहे. पानी का भंडार होने से भविष्य में कोई परेशानी नहीं होगी.

Chief Minister रेवंत रेड्डी ने घोषणा की कि वह जल्द ही, इसी सप्ताह, मेदाराम का दौरा करेंगे और व्यक्तिगत रूप से विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे. अधिकारियों को इस दौरे के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का सुझाव दिया.

बसारा ज्ञान सरस्वती मंदिर के विकास पर चर्चा करते हुए Chief Minister रेवंत रेड्डी ने कहा, “स्थानीय भावनाओं और परंपराओं का सम्मान किया जाना चाहिए.” उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मंदिर के विकास से संबंधित योजनाओं में स्थानीय विशेषज्ञों और पुजारियों की राय को शामिल किया जाए.

इस समीक्षा बैठक में मंत्री कोंडा सुरेखा, सीताक्का, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, और अदलुरी लक्ष्मण के साथ-साथ Chief Minister के प्रधान सचिव श्रीनिवास राजू, धर्मस्व विभाग की प्रधान सचिव शैलजा रामय्यार, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.

सार्थक/डीएससी