New Delhi, 19 जून . बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव लगातार नीतीश Government की खामियां गिना रहे हैं. अपने हालिया बयान में उन्होंने डबल इंजन Government पर गंभीर आरोप लगाए. कहा कि अलग-अलग आयोगों में करीबियों को नियुक्त किया जा रहा है. तंज कसते हुए कहा कि ‘जमाई आयोग’, ‘जीजा आयोग’ और ‘मेहरारू आयोग’ की मांग उठ रही है. तेजस्वी यादव के बयानों पर भाजपा नेता और पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने पलटवार किया है.
भाजपा नेता सुशील कुमार सिंह ने Thursday को समाचार एजेंसी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव सत्ता के लिए छटपटा रहे हैं और सत्ता में काबिज होकर बिहार को उसी दौर में ले जाना चाहते हैं जब बिहार में माफिया, अपहरण, हत्या, डकैती, बलात्कार जैसी घटनाएं आम थीं. लोग आज तक उस जंगलराज को भूले नहीं हैं. तेजस्वी यादव बिहार को जंगलराज की ओर ढकेलना चाहते हैं. तेजस्वी यादव को किसी पर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए.
उन्होंने कहा कि चारा घोटाला में लालू यादव जब जेल गए तो उनकी मां को Chief Minister बनाया गया. तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि क्या उस वक्त सीएम बनने के लिए कोई काबिल नहीं था. मुझे याद है कि उस समय राबड़ी देवी को हस्ताक्षर भी करने में काफी कठिनाई होती थी. राजद और उनके नेता के आरोप पर मुझे हंसी आती है. लालू प्रसाद यादव के परिवार में बेटा-बेटी चुनाव लड़ चुके हैं. क्या पार्टी में चुनाव लड़ने के लिए नेताओं की कमी है? जनता सब कुछ देख रही है.
पीएम मोदी के दौरे को लेकर राजद के कटाक्ष पर भाजपा नेता ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि Prime Minister मोदी के बिहार दौरे पर आरोप लगाना अनुचित है. मैं आपत्ति जताने वालों से पूछना चाहता हूं कि क्या Prime Minister को बिहार नहीं आना चाहिए? मधुबनी हो, भागलपुर हो, दरभंगा हो या बिक्रमगंज, लाखों-करोड़ों की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन हुआ है और हर जगह विकास हो रहा है. पीएम मोदी के दौरे के दौरान विकास के हित की बात हुई, उनकी हर यात्रा से नया अध्याय जुड़ता है. लेकिन, विपक्ष को नुकसान होता है. विपक्ष का एक ही कल्चर है कि उन्हें विरोध करना है. उन्होंने कहा कि राजद में अभी किसी चीज को लेकर चुनाव हो रहे हैं, जिला स्तर पर हो रहे इन चुनाव में इनके कार्यकर्ता एक दूसरे के आमने-सामने हो रहे हैं. असल में यही राजद का कल्चर है.
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डीकेएम/केआर