बेतिया, 8 अप्रैल . आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को एक्स पर पोस्ट कर क्राइम बुलेटिन जारी किया. उन्होंने कई घटनाओं का जिक्र कर कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर बिहार सरकार को घेरा. तेजस्वी यादव के क्राइम बुलेटिन पर बेतिया से भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि उनकी सरकार में जेल में बैठकर अपराध संचालित होते थे.
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने तेजस्वी के पोस्ट का जिक्र करते हुए कहा, “बेहतर होता कि तेजस्वी यादव एक बुलेटिन जारी करते, जिसमें बताते कि बिहार में कितने अपराधों में सजा नहीं हुई है और कितने अपराधी पकड़े नहीं गए हैं. बिहार में कोई भी अपराध होता है तो बिहार और उत्तर प्रदेश में हर हालत में अपराधी पकड़े जाते हैं और उनको सजा भी होती है.”
उन्होंने आगे कहा, “तेजस्वी यादव को एक बुलेटिन यह भी जारी करना चाहिए कि जब उनका शासन था तो किस तरह से अपराधियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी हिम्मत लोग नहीं कर पाते थे. मर्डर या कोई भी अपराध कैसे होता था. हम लोगों ने उनके जमाने में देखा है कि उनके विधायक किस तरह से अपराध की घटना को अंजाम देते थे. इस पर किसी का कोई ध्यान नहीं जाता था. जेल में बैठकर अपराध संचालित होता था. बिहार के लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि उनके शासन में क्या होता था और अब बिहार में नीतीश सरकार में अपराधियों को क्या सजा मिलती है.”
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने राहुल गांधी के बिहार दौरे पर भी पलटवार किया. उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने मात्र 15 मिनट की पदयात्रा की और बताया कि मैं बिहार आया हूं. उनके साथ जितने भी लोग इकट्ठा हुए थे, सभी ने बताया कि उनसे झूठ बोला गया था. लोगों को ‘नमक सत्याग्रह’ के नाम पर बुलाया गया था. मगर, बाद में लोगों ने खुद को ठगा हुआ महसूस किया. मुझे लगता है कि बिहार में अगर सबसे ज्यादा पलायन किसी ने किया है तो वह कन्हैया कुमार हैं, जो हर बार चुनाव लड़ते हैं और फिर पलायन कर जाते हैं.”
संजय जायसवाल ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के 10 साल पूरे होने पर बयान दिया. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मुद्रा योजना रैंकिंग पर नजर डालें तो अगर किसी ने इसका दो या तीन बार लाभ लिया है, तो उस हिसाब से ये 48 करोड़ बार प्रसारित हुई है. 21 करोड़ से अधिक लाभार्थियों ने इसका लाभ उठाया है, जो दर्शाता है कि यह कितनी सफल रही है. मैं हमारे प्रधानमंत्री को एक क्रांतिकारी बदलाव करने के लिए धन्यवाद देता हूं. अब मुद्रा योजना के तहत बिना किसी गारंटी के 20 लाख रुपये तक का लोन दिया जा सकता है.”
उन्होंने आगे कहा, “साल 2014 से पहले अगर बच्चों को भी पढ़ाना होता था तो लोगों को अपना घर गिरवी रखना पड़ता था, लेकिन आज देश में कई ऐसी योजनाएं चल रही हैं, जिससे लोगों को लाभ मिल रहा है. जिसको भी जितना पैसा चाहिए, बिना गारंटी के उन्हें पैसा सरकार दे रही है. आज मुद्रा योजना ने गरीबों के लिए बहुत बड़ा परिवर्तन लाया है. उन्हें बिना गारंटी के पैसा मिल रहा है. मैं बिहार सरकार का आभार व्यक्त करता हूं, जिनकी वजह से राज्य में बिना गारंटी के 24 लाख लोगों को लोन मिला है. हमारा लक्ष्य इस संख्या को 34 लाख तक लेकर जाना है. केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से आज किसी भी गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को बिना गारंटी के बैंक से लोन मिल पा रहा है.”
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एफएम/जीकेटी