बिहार में शराबबंदी कानून मजाक, गरीब बन रहे निशाना : तेजस्वी यादव

पटना, 12 अप्रैल . बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को शराबबंदी कानून को लेकर बिहार सरकार को घेरते हुए कहा कि यह कानून अब मजाक बन गया है. इस कानून की आड़ में केवल गरीबों को निशाना बनाया जा रहा है.

राजद कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून के बाद अवैध शराब का 40 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार किया जा रहा है. बिहार में अब तक शराबबंदी कानून के तहत करीब 14.20 लाख लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं. इनमें सबसे अधिक गरीब, दलित, पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के लोग हैं.

उन्होंने आगे कहा कि बिहार में शराबबंदी को लेकर सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी से यह स्पष्ट है कि प्रदेश में किस तरह से शराबबंदी को विफल करने में पुलिस पदाधिकारी और सरकार में बैठे हुए लोग लगे हुए हैं.

उन्होंने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि पुलिस के कारण ही शराब की तस्करी हो रही है और पुलिस का एकमात्र काम रह गया है भ्रष्टाचार, उगाही और कानून का दुरुपयोग करने वालों को संरक्षण देना.

उन्होंने कहा कि लाखों लोगों की गिरफ्तारी के बावजूद भी सप्लायर और तस्करों को गिरफ्तार नहीं किया गया. किसी भी जिले के एसपी, डीएसपी या बड़े अधिकारी पर कार्रवाई नहीं की गई है.

उन्होंने यहां तक कहा कि सरकार जिसको चाहती है, उसी पर कार्रवाई होती है, चयनात्मक कार्रवाई होती है. ऐसे अधिकारियों और प्रशासनिक लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए, जो भ्रष्टाचार के माध्यम से शराबबंदी को विफल करना चाहते हैं. तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि राजद 14 अप्रैल को संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती सभी पंचायत के दलित टोलों और मोहल्ले में मनाएगी.

एमएनपी/एबीएम