तेजस्वी फिर शुरू करेंगे कार्यकर्ता संवाद यात्रा, जेडीयू ने कहा- खुद को राजनीति का जमींदार समझते हैं वह

पटना, 9 अक्टूबर . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के दुबई से लौटते ही राजद ने अपने कार्यकर्ता संवाद यात्रा के दूसरे चरण का कार्यक्रम जारी कर दिया है. दशहरे के बाद तेजस्वी यादव 16 अक्टूबर से 26 अक्टूबर तक 11 दिवसीय दूसरे चरण की यात्रा पर निकलेंगे. इस पर जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने खुद को राजनीति का जमींदार समझ लिया है.

उन्होंने से बात करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने जिस यात्रा की घोषणा की है, उसे जो नाम दिया गया है, उससे मुझे राजनीतिक आपत्ति है. इसका नाम कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा रखा गया है. क्या इसका मतलब यह है कि तेजस्वी यादव राजनीति के जमींदार हैं? वह कार्यकर्ताओं से मिलने जा रहे हैं. तेजस्वी यादव कार्यकर्ता नहीं हैं. किसी खास घर में जन्म लिया है तो अब्दुल बारी सिद्दीकी, रामचंद्र पूर्वे और उदय नारायण चौधरी जैसे लोगों के अनुभव को नजरअंदाज कर तेजस्वी नेता बने हैं. कार्यक्रम के तहत तेजस्वी कार्यकर्ताओं से मिलने जा रहे हैं. इसका मतलब यह है कि तेजस्वी के आवास पर कार्यकर्ताओं के लिए दरवाजा बंद है. जब उन्होंने कार्यकर्ताओं के लिए दरवाजा बंद कर दिया है, तो जनता तो पहले से ही ताला लगाकर बैठी है.

तेजस्वी यादव पर सरकारी बंगले से सामान गायब करने का आरोप लगा है. इसको लेकर जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव विपक्ष के नेता हैं. उन्हें लीगल नोटिस भेजने का अधिकार है. लेकिन, तेजस्वी को इतिहास के काले अध्याय के बारे में भी बोलना चाहिए था कि उन्हें बंगले की इतनी चाहत क्यों है? अगर आरोप फर्जी है तो सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप कर पचास हजार का जुर्माना क्यों लगाया? हाइड्रोलिक बेड बंगले के अंदर कैसे आया? सड़क किसने बनवाई? बैडमिंटन कोर्ट किसने बनवाया? अगर जांच होगी तो इन सब बातों की जांच होनी चाहिए.

हरियाणा में कांग्रेस की हार पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वोटों के ध्रुवीकरण के लिए जो कुछ भी किया, उससे वह राष्ट्रीय पार्टी से क्षेत्रीय पार्टी बन गई है. लेकिन, उससे भी बड़ी बात यह है कि राहुल गांधी का विदेश में दिया गया बयान कांग्रेस की हार का कारण बना. इससे पूरा देश स्तब्ध रह गया. हरियाणा की जनता भी स्तब्ध रह गई और ऐसा नतीजा आया.

उल्लेखनीय है कि यात्रा के दौरान तेजस्वी 11 जिलों के कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे और उनमें विधानसभा चुनाव के लिए जोश भरेंगे. यात्रा के दौरान तेजस्वी एक बार में एक विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलेंगे. तेजस्वी यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत 16 अक्टूबर को बांका से करेंगे और 26 अक्टूबर को गया जिले में इसका समापन करेंगे.

आरके/जीकेटी