नीतीश कुमार के स्वास्थ्य की चिंता हमेशा रहती है : तेजस्वी

पटना, 27 नवंबर . बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सम्मान करते हैं. लेकिन, राजनीतिक तौर उनकी ना तो कोई विचारधारा है, ना कोई नीति है. इसलिए यह साफ है कि इस बात का विरोध करते हैं.

पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बुधवार को सदन के भीतर नीतीश कुमार का हाल लेते नजर आए. उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री इशारे में कुछ-कुछ कहते रहते हैं तो हम लोग भी कुछ-कुछ कहते हैं.”

तेजस्वी ने वक्फ संशोधन बिल पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने वक्फ संशोधन बिल को पूरी तरह से असंवैधानिक बताया. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि इस बिल को किसी भी हालत में पास होने नहीं देंगे. हमलोगों ने विधानसभा के अंदर भी इस मुद्दे को उठाया है. सरकार का एकमात्र एजेंडा है समाज मे नफरत फैलाना. जिस प्रकार से देश मे नफरत की राजनीति हो रही है , उसके विरोध में हमलोग खड़े रहेंगे.

वक्फ बोर्ड वाले मामले पर उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कहा कि अगर आप संविधान में विश्वास करते हैं तो इस मामले पर आकर बोलिए और किसी भी हालत में इस बिल का समर्थन मत कीजिए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को अभी भी सदन में इस बिल का समर्थन नहीं कर अपनी गलती को सुधार करने का मौका है.

राजद नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर भी झूठा बयान दिए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें शर्म से डूब कर मर जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी ने किस तरीके से बोल दिया कि राजद सरकार ने आरक्षण नहीं दिया. उन्हें इतिहास पता होना चाहिए की सबसे पहले आरक्षण लालू यादव की सरकार ने दिया. 1978 में जननायक कर्पूरी ठाकुर ने अति पिछड़ों को 12 प्रतिशत और पिछड़ों को आठ प्रतिशत आरक्षण दिया था. उस समय भाजपा के लोग क्या नारा लगाते थे?

उन्होंने कहा कि 1990 में जब लालू यादव मुख्यमंत्री बने तब अति पिछड़ों का आरक्षण बढ़ा कर 14 प्रतिशत कर दिया और फिर राबड़ी देवी की सरकार ने अति पिछड़ों का आरक्षण 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दिया.

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार जब से बनी तब से कभी आरक्षण नहीं बढ़ाया गया. जब हमारी सरकार यानी नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनी तब आरक्षण का दायरा बढ़ाया गया.

उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी को यह जानना चाहिए कि लालू प्रसाद यादव के कारण बीपी सिंह को गाली सुननी पड़ी थी. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी को शर्म आनी चाहिए. यह झूठ बोल रहे हैं.

एमएनपी/एएस