तेज प्रताप का राजद से निकाला जाना ‘छलावा’, जदयू का गंभीर आरोप

पटना, 26 मई . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. इस पर सियासी बयानबाजियों का दौर जारी है.

इसी बीच, बिहार में सत्ताधारी जदयू के प्रदेश महासचिव साकेत सिंह ने इस कार्रवाई को सिर्फ छलावा बताया है. उन्होंने लालू यादव पर तंज कसते हुए यहां तक कहा कि दिन में पोस्ट करते हैं और रात को ‘बबुआ’ को बुलाकर माथा सहलाते हैं. लालू यादव समाजवाद के नाम पर बिहार की जनता के साथ छलावा कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि तेज प्रताप यादव के व्यक्तिगत जीवन पर टीका-टिप्पणी उचित नहीं है, लेकिन उनका जीवन सामाजिक है, वह पूर्व मंत्री रहे हैं, विधानसभा के सदस्य हैं और एक ‘राज परिवार’ के पुत्र हैं.

साकेत सिंह ने आरोप लगाया कि लालू यादव बिहार की जनता के साथ छलावा कर रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि लालू यादव ने अपने पुत्र तेज प्रताप को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया है, कहां है उसका प्रमाण? केवल सोशल मीडिया पर लिख देने से कोई निष्कासित हो जाता है? तेज प्रताप के विधानसभा की सदस्यता रद्द करने के लिए लालू यादव ने विधानसभा अध्यक्ष को कोई पत्र दिया है?

उन्होंने कहा, “1990 से लेकर 2005 तक की जो तस्वीर थी, उसका सिर्फ चोला बदला हुआ है, कारनामा वही है. उनके परिवार के सदस्य साधु यादव भी कह रहे हैं कि लालू यादव का परिवार समाज को कलंकित करने का काम कर रहा है.”

उन्होंने तेजस्वी यादव की ‘माई बहिन मान योजना’ पर सवाल उठाते हुए कहा, “ये लोग ‘माई-बहिन मान योजना’ का बैनर लगाकर घूम रहे हैं, यह चुनावी जुमला है और उस परिवार की बेटी स्वर्गीय दरोगा प्रसाद की पोती को न्याय कब मिलेगा? लालू यादव को इस उम्र में सच बोलना चाहिए. अब वह दौर नहीं है कि जो लालू यादव कहेंगे और लोग मान जाएंगे. तेज प्रताप कह रहे हैं कि 12 साल से रिलेशनशिप में हैं तो 2018 में जिससे शादी की, उस बेटी का क्या गुनाह था. इसका जवाब लालू परिवार दे. बिहार की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी.”

एमएनपी/एबीएम/एकेजे