रवि किशन से तेज प्रताप की मुलाकात सामान्य, राजद फैला रही अफवाह: प्रतुल शाहदेव

रांची, 8 नवंबर . बिहार चुनाव को लेकर सियासत तेज है. इस बीच जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेज प्रताप यादव और BJP MP रवि किशन की मुलाकात को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा है कि तेज प्रताप एनडीए को समर्थन दे सकते हैं. भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इसे सामान्य मुलाकात बताया और ऐसी अफवाहों को राजद की राजनीति करार दिया.

भाजपा प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने से बातचीत करते हुए कहा, “यह एक सामान्य मुलाकात थी. चुनाव प्रचार के दौरान कई मौके होते हैं जब किसी एयरपोर्ट, नुक्कड़ या अन्य सार्वजनिक जगहों पर नेताओं की मुलाकात होती है. अगर सिर्फ इससे कयास लगाए जाने लगे तो यह अजीब बात है. केंद्रीय और राज्य स्तर के नेताओं की मुलाकात होती रहती है, इसके कुछ मायने नहीं निकाले जाने चाहिए.”

उन्होंने कहा, “राजद कैंप की तरफ से एक अफवाह उड़ाई जा रही है. यह अफवाह इसलिए उड़ाई जा रही है क्योंकि उन्हें पता है कि बिहार के चुनाव समय में इस बार उनकी नाव डूब चुकी है. अब इससे निकलने का उनके पास कोई मौका नहीं रहा.”

शाहदेव ने कहा, “तेज प्रताप यादव ने खुद से चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उनका खुद का Political दल है, जिसके तेज प्रताप राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. उनका खुद का एजेंडा है. वे पलायन रोकने की बात कर रहे हैं, जो हमारी पार्टी का एजेंडा है. राजद के शासनकाल में बिहार के एक करोड़ लोगों ने राज्य छोड़ा था, लेकिन बिहार में अब पलायन नहीं होता है. पिछले 20 वर्षों से बिहार से पलायन बहुत कम हुआ. यह बात जरूर है कि लोग कमाने के लिए भले बाहर जाते हैं. हमारी Government आएगी तो हम यह भी प्रबंध करेंगे कि किसी बिहारी को कमाने के लिए बाहर नहीं जाना पड़े.”

भाजपा प्रवक्ता ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के 160 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करने वाले दावे का समर्थन किया. उन्होंने कहा, “Prime Minister Narendra Modi और Chief Minister नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम चुनाव लड़ रहे हैं. पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और नीतीश कुमार की जनसभाओं में जितनी भीड़ उमड़ी, वो लोगों के रुझान को साफ दिखाता है. पहले चरण के चुनाव के बाद हमें लगता है कि एनडीए 80 से 90 सीटों पर जीत दर्ज करने के करीब है. दूसरे चरण की वोटिंग के बाद हमें 160 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद है. इस बार एनडीए को दो तिहाई बहुमत मिलने वाला है.”

एससीएच/डीकेपी