त्रिपुरा में तकनीक-आधारित कृषि क्रांति की शुरुआत, किसानों की आमदनी बढ़ाने को ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ लॉन्च

बिश्रामगंज, (त्रिपुरा) 29 मई . त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने गुरुवार को ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का भव्य शुभारंभ किया. बिश्रामगंज से अभियान वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए मुख्यमंत्री ने इसे राज्य में कृषि क्षेत्र में तकनीकी क्रांति लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.

यह राज्यव्यापी पहल केंद्र सरकार के देशव्यापी अभियान का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य किसानों की आमदनी को दोगुना करने के साथ-साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), 5जी और आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकों के माध्यम से खेती को उन्नत बनाना है.

मुख्यमंत्री के साथ कृषि मंत्री रतन लाल नाथ एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे. यह अभियान 12 जून तक ज़ोर-शोर से चलाया जाएगा. इस दौरान कृषि वैज्ञानिक राज्यभर के गांवों में जाकर किसानों को आधुनिक तकनीकों का प्रत्यक्ष प्रशिक्षण देंगे.

मुख्यमंत्री डॉ. साहा ने कहा, “यह अभियान त्रिपुरा की कृषि को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा. एआई और 5जी जैसी तकनीकों के माध्यम से हम सटीक खेती, फसल की निगरानी और मौसम की भविष्यवाणी को सुलभ बनाएंगे. इससे उत्पादन बढ़ेगा और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी.”

तकनीकी उपायों में एआई आधारित कीट व रोग पहचान प्रणाली, फसल उत्पादकता में वृद्धि, गांवों में बेहतर कनेक्टिविटी, और वैज्ञानिक तकनीकों का खेतों में प्रत्यक्ष प्रशिक्षण शामिल हैं.

कृषि मंत्री रतन लाल नाथ ने कहा कि राज्य में 2015 के बाद से कई किसानों की आमदनी दोगुनी हो चुकी है. उन्होंने इसे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं व तकनीकी पहल का परिणाम बताया.

उन्होंने जानकारी दी कि आगामी 12 दिनों में कुल 864 बैठकों का आयोजन किया जाएगा जिसमें कृषि वैज्ञानिक किसानों के साथ प्रत्यक्ष संवाद करेंगे.

नाथ ने यह भी बताया कि कृषि क्षेत्र में अब पढ़े-लिखे युवाओं की रुचि बढ़ रही है.

इसी क्रम में सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री और मंत्री ने श्रेष्ठ किसानों को सम्मानित किया और उन्नत कृषि यंत्र भी वितरित किए.

डीएससी