टाटा पावर ने एनएचपीसी के साथ 120 मेगावाट की बैटरी एनर्जी स्टोरेज खरीद समझौता साइन किया

Mumbai , 18 जुलाई . टाटा पावर कंपनी लिमिटेड की सहायक कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) ने सरकारी स्वामित्व वाली बिजली कंपनी एनएचपीसी लिमिटेड के साथ अपने पहले बैटरी एनर्जी स्टोरेज खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.

टाटा पावर की ओर से Friday को जारी बयान के अनुसार, यह परियोजना केरल राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड के लिए प्रतिस्पर्धी बोली मार्ग के माध्यम से एनएचपीसी के बीईएसएस ट्रांच-I निविदा के तहत सुरक्षित की गई है, जिसमें केरल के एरिया कोड में 220 केवी सबस्टेशन पर 30 मेगावाट/120 मेगावाट घंटे की बैटरी स्टोरेज सिस्टम स्थापित करना शामिल है.

यह परियोजना केरल में बिजली की अधिकतम मांग को पूरा करने ग्रिड मजबूती को बढ़ाने और रिन्यूएबल एनर्जी के निर्बाध एकीकरण को सक्षम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.

बयान में आगे कहा गया कि यह एनएचपीसी की व्यापक पहल का हिस्सा है, जिसके तहत केरल राज्य में 125 मेगावाट/500 मेगावाट घंटे की स्टैंडअलोन बैटरी स्टोरेज क्षमता विकसित की जाएगी.

यह पहल 2030 तक 500 गीगावाट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता हासिल करने के Government of India के लक्ष्य का समर्थन करती है.

विद्युत मंत्रालय के दिशानिर्देशों के तहत कार्यान्वित, यह परियोजना 12-वर्षीय बीईएसपीए के अंतर्गत संचालित होगी.

बयान में बताया गया कि परियोजना 15 महीनों के भीतर चालू हो जाएगी, जिससे भंडारण क्षमता चौबीसों घंटे रिन्यूएबल एनर्जी की आपूर्ति संभव होगी.

इस आगामी परियोजना के अलावा, टीपीआरईएल छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में पहले से ही एक सौर और बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस परियोजना) का संचालन कर रहा है. इस परियोजना में 100 मेगावाट का सौर फोटोवोल्टिक प्लांट शामिल है, जिसे सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा दिए गए एक ईपीसी अनुबंध के तहत विकसित किया गया है.

एनएचपीसी के साथ यह परियोजना टीपीआरईएल की स्टैंडअलोन बीईएसएस सेगमेंट में पहली सफलता है.

कंपनी के बयान में कहा गया है कि इस वृद्धि के साथ, टीपीआरईएल की कुल रिन्यूएबल क्षमता अब लगभग 10.9 गीगावाट हो गई है, जिसमें 5.6 गीगावाट की चालू परियोजनाएं शामिल हैं, जिनमें 4.6 गीगावाट सौर और 1 गीगावाट पवन ऊर्जा शामिल हैं, और 5.3 गीगावाट विकास के विभिन्न चरणों में हैं.

एबीएस/