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चेन्नई, 20 नवंबर . तमिलनाडु के Chief Minister एमके स्टालिन ने केंद्र Government पर मेट्रो परियोजना को बेबुनियाद वजहों से मना करने का आरोप लगाया है. जवाब में केंद्र में आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने मेट्रो परियोजना की कमियां बताईं.
Union Minister मनोहर लाल ने social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, “यह दुख की बात है कि Chief Minister थिरु. स्टालिन ने मेट्रो पॉलिसी 2017 को लागू करने पर राजनीति करने और विवाद खड़ा करने का फैसला किया है, जो एक ऐसा तरीका है जिसे यह पक्का करने के लिए डिजाइन किया गया है कि मेट्रो रेल सिस्टम जैसे महंगे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से जनता को ज्यादा से ज्यादा फायदा हो. थिरु. स्टालिन ने 3 अक्टूबर, 2024 को केंद्र Government की चेन्नई मेट्रो फेज-2 प्रोजेक्ट को मिली बड़ी मंजूरी को नजरअंदाज कर दिया है, जिसकी लागत 119 किलोमीटर के रूट की लंबाई के लिए 63,246 करोड़ रुपए है. यह अब तक का सबसे बड़ा मंजूर मेट्रो प्रोजेक्ट है.”
Union Minister ने कोयंबटूर और मदुरै के प्रस्तावों में कमियों के बारे में बताया. उन्होंने कहा, “चेन्नई मेट्रो सिस्टम की तुलना में कोयंबटूर में कम रूट लंबाई के लिए चेन्नई की तुलना में ज्यादा ट्रैफिक अनुमान दिए गए हैं. पहली नजर में यह गलत लगता है. रोड ट्रैफिक और मेट्रो के बीच अनुमानित औसत ट्रिप लंबाई और स्पीड का अंतर मेट्रो सिस्टम में ट्रैफिक के मॉडल शिफ्ट की उम्मीद को सपोर्ट नहीं करता है. कोयंबटूर के डीपीआर के अनुसार, 7 मेट्रो स्टेशन लोकेशन पर राइट ऑफ वे काफी नहीं है.”
उन्होंने बताया, “मदुरै का कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (पैरा 5.2.5) साफ तौर पर बताता है कि अभी की राइडरशिप को देखते हुए बीआरटीएस सही है. कोयंबटूर म्युनिसिपल पॉपुलेशन एरिया की पॉपुलेशन 15.85 लाख (2011) है और लोकल प्लानिंग एरिया की पॉपुलेशन 7.7 लाख (2011 सेंसस) है. लोकल प्लानिंग एरिया के अंदर मॉडल शिफ्ट के लिए राइडरशिप प्रोजेक्शन किए गए हैं जो सीएमसी एरिया से पांच गुना बड़ा है. मेट्रो सिस्टम में इस अनुमानित शिफ्ट को सही ठहराने की जरूरत है.”
मनोहर लाल ने आगे कहा, “गो-तमिलनाडु ने अलग-अलग शहरों में 10,000 एयर कंडीशन्ड ई-बसें देने के मकसद से केंद्र की ई-बस सेवा का फायदा नहीं उठाने का फैसला किया है. इस स्कीम के तहत बसों, डिपो इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और बिहाइंड द मीटर सुविधाओं के लिए सेंट्रल फाइनेंशियल असिस्टेंस दी जाती है. बार-बार मनाने के बाद भी ‘गो-तमिलनाडु’ ने अब तक इस स्कीम में हिस्सा नहीं लिया है.”
इससे पहले सीएम स्टालिन ने India Government पर मदुरै और कोयंबटूर के लिए मेट्रो रेल को बेबुनियाद वजहों से मना करने का आरोप लगाया. उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “केंद्र की भाजपा Government ने ‘मंदिरों के शहर’ मदुरै और ‘दक्षिण India के मैनचेस्टर’ कोयंबटूर के लिए मेट्रो रेल को बेबुनियाद वजहों से मना कर दिया है.”
सीएम स्टालिन ने लिखा, “Government बिना किसी भेदभाव के लोगों की सेवा करने के लिए होती है. फिर भी केंद्र की भाजपा Government तमिलनाडु की डेमोक्रेटिक पसंद को बदला लेने का बहाना मानती है. ऐसे Political रिवाज को आगे बढ़ाना, जिसमें भाजपा शासित राज्यों को छोटे टियर II शहरों के लिए मेट्रो मिलती है, जबकि विपक्ष शासित राज्यों को इससे वंचित रखा जाता है, एक शर्मनाक तरीका है. तमिलनाडु, आत्मसम्मान की धरती, संघीय सिद्धांतों के ऐसे गलत इस्तेमाल को कभी स्वीकार नहीं करेगी.”
Chief Minister ने लिखा, “उन्होंने चेन्नई मेट्रो को रोकने की कोशिश की और हमने उन बुरी कोशिशों को नाकाम कर दिया और प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया. उसी पक्के इरादे के साथ, हम मदुरै और कोयंबटूर को उनके भविष्य के विकास के लिए ज़रूरी मेट्रोरेल दिलाएंगे. तमिलनाडु लड़ेगा, तमिलनाडु जीतेगा.
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एससीएच/वीसी