केरल किडनी रैकेट मामले में मुख्य आरोपी के करीबियों से पूछताछ कर रही है तमिलनाडु पुलिस

चेन्नई, 25 मई . केरल किडनी रैकेट मामले में तमिलनाडु पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है. ये सभी मुख्य आरोपी सबिथ नासर (30) के करीबी सहयोगी बताए जा रहे हैं.

तमिलनाडु पुलिस के सूत्रों ने को बताया कि पुलिस कुछ ऐसे लोगों पर नजर रख रही है जो आरोपी सबिथ से जुड़े थे.

केरल पुलिस ने 19 मई को केरल के त्रिशूर के मूल निवासी सबिथ नासर को कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया था. आरोपी ईरान से लौट रहा था. वह ईरान से बाहर एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय किडनी रैकेट के साथ जुड़ा था.

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिली गुप्त जानकारी के आधार पर यह गिरफ्तारी की गई थी. एजेंसी ईरान और अन्य पश्चिम एशियाई देशों की सबिथ की यात्राओं पर नजर रख रही थीं.

पूछताछ में आरोपी ने कई खुलासे किए. उसने बताया कि वह लगभग 20 लोगों को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए ईरान ले गया था. आरोपी ने स्वीकार किया कि उसे प्रत्‍येक व्‍यक्ति पर 5 लाख रुपये का कमीशन मिलता था. उसने यह भी कहा कि उसने किडनी देने वालों को 5 से 10 लाख रुपये तक दिए हैं.

वहीं पुलिस उनके बयान पर ज्‍यादा ध्‍यान नहीं दे रही है. पुलिस का मानना है कि आरोपी और उसके साथी और भी लोगों को ईरान ले गए हैं.

आरोपी सबिथ ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि किडनी देने वाले सभी लोग केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और कुछ अन्य उत्तर भारतीय राज्यों से थे.

तमिलनाडु पुलिस ने इसके लिए एक विशेष टीम गठित की और राज्य भर में जांच शुरू की. सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को गुमशुदगी के मामलों और आपराधिक मामलों में गिरफ्तार किए गए लोगों के साथ बरी किए गए लोगों की जानकारी जुटाने का निर्देश दिया गया है.

तमिलनाडु पुलिस के सूत्रों ने को बताया कि कोयंबटूर और पोलाची में केरल सीमा के करीब तमिलनाडु के कुछ लोगों से सबिथ नासर के साथ उनके संबंधों के बारे में पूछताछ की जा रही है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या ये लोग रैकेट के लिए लोगों को लाने का काम करते थे.

केरल पुलिस ने कुछ दिनों पहले एक अंतरराष्ट्रीय अंग तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया था.

बताया जा रहा है कि यह गिरोह आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को अंगदान करने के लिए पैसों का लालच दिया करता था.

पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. साथ ही यह जानने का प्रयास भी किया जा रहा है कि इस रैकेट के तार कहां तक जुड़े हैं.

एमकेएस/