तमिलनाडु के किसानों ने सिलंधी नदी पर बांध को लेकर केरल सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन

चेन्नई, 20 मई . तमिलनाडु के करूर और तिरुप्पुर जिलों के किसानों ने सोमवार को सिलंधी नदी पर चेक डैम बनाने को लेकर केरल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.

प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि इस बांध से तमिलनाडु में अमरावती नदी का प्रवाह बाधित होगा.

उन्होंने कहा कि अमरावती बांध के पानी से तमिलनाडु के तिरुपुर और करूर जिलों में लगभग 55,000 एकड़ कृषि भूमि की सिंचाई होती है और एक चेक बांध – नदी के पार जल प्रवाह वेग को कम करके कटाव का मुकाबला करने के लिए एक जल निकासी खाई या जलमार्ग पर बनाया गया बांध है. केरल में सिलंधी नदी के कारण खेतों में पानी का प्रवाह रुक जाएगा, जिससे किसानों और कृषि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

सिलंधी नदी थेनार नदी की एक सहायक नदी है जो मुन्नार से निकलने वाली अमरावती नदी में मिल जाती है.

तमिलनाडु के किसान पहले ही राज्य सरकार से चेक डैम का निर्माण रोकने के लिए केरल सरकार से बात करने का अनुरोध कर चुके हैं.

तमिलनाडु जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चेक डैम 40 मीटर लंबा और 2 मीटर ऊंचा है.

तमिलनाडु की दलित राजनीतिक पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काची (वीसीके) के किसान विंग के उप सचिव वेलु शिवकुमार ने को बताया, “किसान 27 मई को धर्मपुरम में तमिलनाडु जल संसाधन विभाग के स्थानीय कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगे.”

करूर के एक किसान एम.के. कृष्णासामी ने को बताया कि अगर राज्य सरकार हस्तक्षेप नहीं करती है और केरल को चेक डैम का निर्माण रोकने के लिए नहीं कहती है तो करूर और तिरुपुर में 55,000 एकड़ कृषि भूमि बंजर हो जाएगी और किसानों के पास रहने का कोई साधन नहीं रहेगा.

एसजीके/