चेन्नई, 11 सितंबर . तमिलनाडु के उपChief Minister उदयनिधि स्टालिन प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी व समाज सुधारक इम्मानुएल शेखरन की 68वीं गुरु पूजा में शामिल होने के बाद Thursday सुबह चेन्नई रवाना हो गए. इस दौरान मदुरै हवाई अड्डे पर उनके साथ आए कुछ पार्टी पदाधिकारियों को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ ) ने प्रवेश करने से रोक दिया, जिससे वहां थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा.
इम्मानुएल शेखरन का निधन 11 सितंबर 1957 को हुआ था. उनकी पुण्यतिथि को तमिलनाडु में गुरु पूजा के रूप में मनाया जाता है. Wednesday को उप Chief Minister स्टालिन इम्मानुएल शेखरन को श्रद्धांजलि देने के लिए मदुरै पहुंचे थे.
मदुरै के एक निजी रिसॉर्ट में रात बिताने के बाद वह Thursday सुबह रामनाथपुरम में स्थित परमकुडी में इम्मानुएल शेखरन के स्मारक गए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
इसके बाद उदयनिधि स्टालिन अपने बहनोई सबरीसन के पिता की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए कार से मदुरै हवाई अड्डे तक गए और इंडिगो की फ्लाइट से चेन्नई रवाना हुए. उनके साथ मंत्री केकेएसएसआर रामचंद्रन, थंगम थेन्नारसु, मूर्ति और राजकन्नप्पन भी मौजूद थे.
जब उपChief Minister और अन्य मंत्री हवाई अड्डे में प्रवेश कर रहे थे तो उनके साथ आए कुछ पार्टी पदाधिकारियों और विधायकों ने भी अंदर जाने की कोशिश की. इस पर सीआईएसएफ ने सुरक्षा नियमों का हवाला देते हुए बिना पास वाले सभी लोगों को रोक दिया.
सीआईएसएफ ने केवल उन्हीं लोगों को अंदर जाने दिया, जिनके पास प्रवेश पास था. इस दौरान पार्टी पदाधिकारियों और सीआईएसएफ में बहस भी हुई. बाद में, उप Chief Minister उदयनिधि स्टालिन इंडिगो की उड़ान से चेन्नई रवाना हो गए.
तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नैनार नागेंद्रन ने Thursday को मदुरै हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में अपने इस्तीफे की खबरों का खंडन किया. उन्होंने कहा, “मुझे इस्तीफा देने की कोई जरूरत नहीं है. Prime Minister, गृह मंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष का मुझे पूरा समर्थन है. मीडिया को पत्रकारिता की नैतिकता का पालन करना चाहिए.”
जानकारी के मुताबिक, नागेंद्रन परमकुडी में इम्मानुएल शेखरन स्मारक पर गुरु पूजा में शामिल होने के लिए चेन्नई से मदुरै पहुंचे थे. नागेंद्रन ने कहा कि भाजपा हमेशा शहीदों और महापुरुषों का सम्मान करती है. उन्होंने कहा कि हमारा कर्तव्य है कि हम ऐसे महान लोगों को याद करें और उनका सम्मान करें.
–
सार्थक/वीसी