अफगानिस्तान: आंतरिक मंत्रालय में 2,000 महिला सुरक्षा अधिकारी कर रहीं काम, तालिबान सरकार का दावा

काबुल, 15 अक्टूबर . अफगानिस्तान के तालिबान प्रसाशन ने दावा किया है कि गृह मंत्रालय में लगभग 2,000 महिला सुरक्षा अधिकारी काम कर रही है. मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल मतीन कानी के अनुसार अधिकांश महिला अधिकारी मंत्रालय के सेवा और निरीक्षण विभागों में काम करती हैं. यह जानकारी सिन्हुआ ने टोलो समाचार एजेंसी के हवाले से दी.

कानी ने कहा, “आंतरिक मंत्रालय के किसी भी कर्मचारी या सदस्य, विशेषकर महिला पुलिस अधिकारी को पिछले प्रशासन में अपने कर्तव्यों के कारण किसी भी व्यक्तिगत या आधिकारिक खतरे का सामना नहीं करना पड़ेगा.”

कुछ महीने पहले, तालिबान के नेतृत्व वाली अफगान सरकार ने ‘सदाचार को बढ़ावा और दुराचार की रोकथाम’ पर कानून’ को लागू करने की घोषणा की थी. इसमें 35 अनुच्छेदों में मनमाने और कठोर प्रतिबंधों का ब्योरा दिया हुआ था.

तथाकथित कानून में ड्रेस कोड लागू किए गए. खास तौर पर महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर अपने शरीर और चेहरे को ढकने का आदेश दिया गया. इस आदेश में यह भी कहा गया कि महिलाओं की आवाज सार्वजनिक स्थानों पर नहीं सुनाई देनी चाहिए.

अगस्त 2021 में सत्ता में लौटने के बाद से तालिबान महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों पर हमला कर रहा है. अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और यूएन ने इस पर लगातार चिंता जाहिर की है.

पिछले महीने यूएन मुख्यालय में अफगान समाज में महिलाओं की भागेदारी और उनके अधिकारों को आगे बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

अफगानिस्तान की राजनयिक रह चुकी और अब अफगान महिलाओं के फोरम के लिए काम कर रहीं असीला वारदक ने इस मौके पर जोर देकर कहा कि देश का भविष्य “आधी आबादी को अलग-थलग करके नहीं बनाया जा सकता है. महिलाओं को समाधान का हिस्सा बनाया जाए, नाकि उन्हें दरकिनार कर दिया जाए.”

यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटारेस ने भी, इस कार्यक्रम में शिरकत करके अफगान महिलाओं के लिए, अंतरराष्ट्रीय एकजुटता प्रकट की. उन्होंने कहा, “हम अफगान महिलाओं की आवाजों को बुलंद करना जारी रखेंगे.”

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