नई दिल्ली, 1 जुलाई . लोकसभा में सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर नई दिल्ली से भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने अपनी बातें रखी. यह लोकसभा में उनका पहला भाषण था. इस दौरान बांसुरी स्वराज ने इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला. वहीं, जल संकट को लेकर दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर भी निशाना साधा.
बांसुरी स्वराज के भाषण में अपनी मां सुषमा स्वराज की झलक देखने को मिली. उन्होंने सदन में सुषमा स्वराज की तरह ही दमदार अंदाज में अपनी बात रखी.
बांसुरी स्वराज ने कहा कि एक दशक में यह पहली सरकार है जिसकी कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं है. जो कहा, वो किया. घाटी से आर्टिकल-370 हटाया, अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करवाया, सीएए लेकर आए, ‘वन रैंक वन पेंशन’ लागू किया, मेक इन इंडिया की नींव रखी.
उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में मोदी सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को इतना सशक्त किया है कि आज दुनिया में देश की अर्थव्यवस्था 5वीं सबसे बड़ी है और यह सब असाधारण परिस्थितियों में हुआ है. पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझकर निकला है. विश्व के कई देश हैं, जो युद्ध की अग्नि में झुलस रहे हैं. लेकिन, भारत पीएम मोदी के नेतृत्व में वैश्विक पटल पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के पथ पर अग्रसर है.
बांसुरी स्वराज ने कहा कि पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया है. इस संकल्प के चार मुख्य स्तंभ हैं, युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान और गरीब कल्याण. शिक्षा के पर्याप्त अवसर देने के लिए मोदी सरकार ने एक दशक में सात नए आईआईटी, 16 नए ट्रिपल आईआईटी, 7 नए आईआईएम, 15 एम्स, 315 मेडिकल कॉलेज, 390 नए विश्वविद्यालय स्थापित किए हैं.
उन्होंने ये भी कहा कि भारत आज स्टार्टअप इकोसिस्टम में विश्व के तीसरे स्थान पर है. मुद्रा योजना के तहत स्वरोजगार के लिए युवाओं को ऋण आसानी से मिला. पिछले 10 साल में भारत ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के इंडेक्स में 142वें स्थान 63वें स्थान पर पहुंचा है. पहली बार भारत में भारतीय दंड प्रणाली लागू हुई है, इसका ध्येय न्याय है. नई दंड प्रणाली वो सिस्टम होगा, जो न्याय व्यवस्था में तेजी लाएगी.
बांसुरी स्वराज ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद विपक्षी गठबंधन ऐसा दिखाता है, जैसे नारायणी सेना उनके पक्ष में हो. वो विपक्ष जिसने आपातकाल लगाने का अधर्म किया, जिसने भारत के संविधान का गला घोंटने का अधर्म किया, वो विपक्ष जिसने इस देश की लोकतंत्र की हत्या करने का अधर्म किया, वो विपक्ष जिसके गठबंधन के सदस्य आज भी दिल्ली में एक संवैधानिक संकट खड़ा करते हैं, वो अपने जिद अड़े हुए हैं कि वे अपनी सरकार जेल से चलाएंगे, क्योंकि वो सत्ता के मोह में मदमस्त हैं और दिल्ली उनके इस मोह से त्रस्त है. दिल्ली की जनता पानी के लिए तरस रही थी, एक बारिश हो गई तो पानी से त्रस्त हो गई.
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एसके/एबीएम