भोपाल, 26 सितंबर . 2 अक्टूबर 2024 को स्वच्छ भारत मिशन के 10 साल पूरे होने वाले हैं. पीएम मोदी ने साल 2014 में 2 अक्टूबर को ही इस अभियान को शुरू किया था. इसके बाद से ही देशभर में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया गया.
इस अभियान का असर मध्य प्रदेश में भी दिखाई दिया है. इस अभियान को मिशन मोड पर चलाया गया और नेताओं से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इसमें बढ़ चढ़कर भाग लिया, जिसको धरातल पर उतारने में आंगनबाड़ी महिलाओं की अहम भूमिका रही है. आंगनवाड़ी केंद्रों में तैनात महिलाओं के मुताबिक, स्वच्छ भारत मिशन की वजह से लोगों को कई बीमारियों से निजात मिली है.
आंगनबाड़ी केंद्र में तैनात सोना सिसोलिया ने बताया कि इस मिशन के शुरू होने के बाद से लोग स्वच्छता को लेकर जागरूक हुए हैं और वह जगह-जगह पर कचरा फैलाने से बचते हैं. अगर कोई शख्स गंदगी करता है, तो दूसरे लोग उन्हें ऐसा करने से रोकते हैं. यही नहीं, स्वच्छता मिशन की वजह से बीमारियां भी कम हुई हैं.
चंद्रिका सहाय ने कहा कि देश में स्वच्छ भारत मिशन को 10 साल पूरे होने वाले हैं और इसने हमारी जिंदगी में काफी असर डाला है. इस मिशन के दौरान लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता तो बढ़ी ही है, साथ ही लोगों को गंदगी के कारण होने वाली बीमारियों से भी निजात मिली है. ये सब सफाई के कारण ही संभव हो पाया है. स्वच्छता मिशन देश के लिए बहुत लाभकारी साबित हुआ है.
वहीं, सुनीता सराठे ने स्वच्छ भारत मिशन के 10 साल पूरे होने को लेकर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि जब से स्वच्छ भारत मिशन शुरू हुआ है, तब से गंदगी भी कम हुई है और इससे होने वाली बीमारियां भी कम हुई हैं. पहले की तुलना में लोगों में जागरूकता बढ़ी है और अब वे खुली जगहों पर कूड़ा डालने से बचते हैं.
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