तनाव की पुनरावृत्ति रोकने के लिए संदेशखाली में निगरानी कड़ी की गई

कोलकाता, 21 फरवरी . पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में कुछ महिलाओं ने बुधवार तड़के स्थानीय असामाजिक तत्वों द्वारा उत्पीड़न किए जाने की शिकायत की, जिसके बाद इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई.

जिला पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए पांच अलग-अलग स्थानों पर 10 नए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जहां से सबसे ज्यादा शिकायतें मिली थीं.

स्थानीय पुलिस के अनुसार, यह पहल अशांत क्षेत्रों में लोगों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने में महत्वपूर्ण होगी, ताकि किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके.

कुछ स्थानीय महिलाओं द्वारा कुछ स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर यौन उत्पीड़न और हिंसा का आरोप लगाए जाने के बाद संदेशखाली में तनाव फैलने के 14 दिन बाद बुधवार को कार्यवाहक डीजीपी राजीव कुमार ने नवनियुक्त एडीजी (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार और बशीरहाट जिले के एसपी हुसैन मेहदी रहमान के साथ अशांत इलाकों का दौरा किया.

कुमार ने क्षेत्र में कानून व्यवस्था के हालात पर शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बंद कमरे में बैठक की.

हालांकि कार्यवाहक डीजीपी ने मीडियाकर्मियों से बात नहीं की, लेकिन सूत्रों ने कहा कि कुमार ने क्षेत्र में पुलिस तैनाती की प्रकृति और पुलिस को प्राप्त शिकायतों का विस्तृत जायजा लिया.

कुमार की यात्रा इस बात को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण थी कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) की एक क्षेत्र-निरीक्षण टीम गुरुवार को संदेशखली का दौरा करने वाली है.

एसजीके/