पटना, 20 सितंबर . बिहार में गंगा नदी ने रौद्र रूप अख्तियार कर लिया है. पटना और वैशाली जिला के तटीय इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. गंगा फिलहाल पटना, भागलपुर, मुंगेर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इस बीच , मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को पटना और वैशाली जिले में गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण बनी बाढ़ की स्थिति का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
जल संसाधन विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को गंगा नदी पटना के दीघा, गांधीघाट, हाथीदह, मुंगेर और भागलपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इधर, पुनपुन भी श्रीपालपुर में लाल निशान के ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, दीघाघाट में गंगा नदी खतरे के निशान से 131 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है जबकि हाथीदह में खतरे के निशान से 13 सेंटीमीटर ऊपर है. गंगा नदी के जलस्तर में अगले 24 घंटे में बढ़ोतरी की संभावना है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहे और लगातार मॉनिटरिंग करते रहे. निचले इलाकों में जहां पानी बढ़ रहा है, संभावित परिस्थितियों पर पूरी नजर रखें. जिलाधिकारी सतत निगरानी करते रहें.
उन्होंने कहा कि वरीय पदाधिकारी स्थल पर कैंप करते रहें. उन्होंने कहा कि नाव संचालन, पॉलीथिन शीट्स, राहत सामग्री की उपलब्धता, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पॉकेट, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र के संबंध में पूरी व्यवस्था रखें जिससे लोगों को तुरंत राहत पहुंचाया जा सके.
इधर, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया तथा लोगों एवं बच्चों से बातचीत की गई. जिला प्रशासन द्वारा नाव, सामुदायिक रसोईघर, पशु शेड सहित सभी प्रबंध किया गया है. आम जनता को परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है. अनुमंडल पदाधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों द्वारा प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा किया जा रहा है.
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एमएनपी/एएसस