पुणे, 6 जुलाई . एनसीपी (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र सरकार को राज्य में भ्रष्टाचार पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए.
सुले ने नवनिर्वाचित सांसद रवींद्र वायकर को भ्रष्टाचार के मामले में क्लीन चिट दिए जाने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा,“महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस बात पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए कि महायुति में शामिल हुए 50 से 100 विधायक और सांसद भ्रष्ट हैं या नहीं. इस सवाल का जवाब वही दे सकते हैं, क्योंकि वह राज्य के गृह मंत्री हैं और उन्होंने ही सबसे पहले भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.”
सुले ने भाजपा पर भ्रष्टाचार के मामले में दोहरे रवैये का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, पार्टी पहले राजनीतिक विरोधियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती है, फिर उनका स्वागत करती है और उन्हें मंत्री या दूसरे पदों पर बैठा देती है.
उन्होंने कहा,”भाजपा वॉशिंग मशीन की तरह है. उसे भ्रष्टाचार से कोई परहेज नहीं है.”
सुले ने भाजपा पर महाराष्ट्र में राजनीतिक लाभ के लिए आयकर, सीबीआई और ईडी का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने अशोक चव्हाण, एनसीपी (एसपी) नेताओं और हाल ही में रवींद्र वायकर से जुड़े मामलों सहित दूसरे मामलों में इन एजेंसियों के इस्तेमाल का उल्लेख किया.
महायुति सरकार की आलोचना करते हुए सुले ने इसे “एमबीबीएस सरकार” – महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचारी सरकार बताया.
उन्होंने गठबंधन की स्थिरता और एकता पर सवाल उठाते हुए पूछा, “महायुति सरकार में कितने इंजन हैं? मुझे लगा कि वे ट्रिपल इंजन वाली सरकार हैं, लेकिन अब वे खुद को डबल इंजन वाली सरकार कहते हैं.” सुले ने कहा, “महाराष्ट्र में अक्टूबर में सरकार बदल जाएगी.”
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