New Delhi, 18 जुलाई . कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने Enforcement Directorate (ईडी) द्वारा रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ गुरुग्राम भूमि सौदे में दाखिल चार्जशीट को “प्रतिशोध की राजनीति” करार दिया.
समाचार एजेंसी से बातचीत में कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पिछले 11 वर्षों से Narendra Modi विपक्ष को निशाना बना रहे हैं, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिला. राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर दावा किया कि वाड्रा को “राजनीतिक प्रतिशोध” के तहत फंसाया जा रहा है.
सुप्रिया श्रीनेत ने रॉबर्ड वाड्रा के खिलाफ इस कार्रवाई को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की “हवा-हवाई” रणनीति बताया और कहा कि यह प्रियंका गांधी और उनके परिवार को डराने की कोशिश है. 2014 में सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने वाड्रा मामले को सबसे ज्यादा तवज्जो दी. फिर भी, 11 साल बाद ईडी को चार्जशीट दाखिल करने में समय लगा.
उन्होंने बताया कि Haryana की खट्टर सरकार ने इस मामले में जांच आयोग बनाया था, जिसे कोर्ट ने स्थगित कर दिया. बाद में आयोग को पुनर्गठित किया गया, लेकिन मूल अपराध (प्रिडिकेट ऑफेंस) में कोई गलती नहीं पाई गई.
कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल उठाया कि बिना सबूत के इस तरह के आरोप लगाना प्रतिशोध की राजनीति नहीं तो और क्या है? उन्होंने कहा कि अगर भाजपा सोचती है कि इससे प्रियंका गांधी डर जाएंगी, तो वे गलत हैं. प्रियंका पहले से कहीं ज्यादा मजबूती से सरकार का जवाब देंगी.
कांग्रेस नेता ने जांच एजेंसियों पर भी सवाल उठाए और कहा कि ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियां सरकार की “पालतू” बन चुकी हैं. इनका इस्तेमाल विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने, सरकारें गिराने और लोगों को भाजपा में शामिल करने के लिए किया जा रहा है.
उन्होंने दावा किया कि ईडी ने 98 प्रतिशत मामले विपक्षी नेताओं के खिलाफ दर्ज किए, लेकिन पिछले 11 वर्षों में कितने मामलों में सजा हुई, यह सवाल उठता है. श्रीनेत ने कहा कि जिनके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं, वे भाजपा की “वॉशिंग मशीन” में शामिल होकर बच निकलते हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव और चुनाव आयोग पर विपक्ष के सवालों पर श्रीनेत ने कहा कि इंडिया गठबंधन संविधान को बचाने के लिए एकजुट है. उन्होंने बताया कि गठबंधन की एक बड़ी बैठक होने वाली है, जिसमें संविधान में विश्वास रखने वाले सभी सहयोगी शामिल होंगे.
उन्होंने बिहार में एनडीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि Prime Minister मोदी मोतिहारी को Mumbai और गया को गुरुग्राम बनाने की बात करते हैं, लेकिन गुरुग्राम में सड़कों पर गड्ढे और बाढ़ की स्थिति है.
उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध और अराजकता पर भी सवाल उठाए और कहा कि मोदी अपने 35 मिनट के भाषण में बिहार में दिनदहाड़े हत्याओं, कानून-व्यवस्था की बदहाली और मतदाता सूची में गड़बड़ी पर एक शब्द नहीं बोले.
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एसएचके/डीएससी