दिल्ली : गर्मियों में प्रदूषण कम करने के लिए समर एक्शन प्लान

नई दिल्ली, 13 जून . दिल्ली सरकार ने ‘समर एक्शन प्लान’ के तहत गर्मियों में प्रदूषण कम करने के लिए 12 फोकस प्वाइंट निर्धारित किए हैं. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को 30 विभागों के अधिकारियों के साथ ‘समर एक्शन प्लान’ की प्लानिंग पर मीटिंग भी की.

गोपाल राय ने कहा कि ‘समर एक्शन प्लान’ के तहत मुख्य तौर पर 12 सूत्रीय फोकस बिंदु चिंहित किए गए हैं. जिस पर सरकार आगामी दिनों में प्रमुखता से काम करेगी. फोकस बिंदुओं में वृक्षारोपण अभियान है, जिसको लेकर 18 जून को सभी ग्रीनिंग एजेंसी के साथ दिल्ली सचिवालय में मीटिंग बुलाई गई है. वन विभाग को नोडल एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है. जो पेड़ ट्रांसप्लांट किए जा रहे हैं, उनमें से ज्यादा कैसे जीवित रहें. इस पर बल दिया जा रहा है. ट्रांसप्लांट पेड़ों के जीवित रहने की दर में वृद्धि की निगरानी के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है.

दिल्ली में 15 जून से एंटी डस्ट अभियान चलाया जाएगा, जो 30 जून तक चलेगा. डस्ट प्रदूषण को रोकने के लिए 85 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (एमआरएस) मशीनों और 276 पानी के स्प्रिंकलर की तैनाती की जाएगी. पूरी दिल्ली में 580 पेट्रोलिंग टीम निगरानी करेगी. सभी 13 चिन्हित हॉटस्पॉट में कार्य योजना का कार्यान्वयन किया जाएगा और वायु प्रदूषण स्रोतों का निवारण किया जाएगा. खुले में कूड़ा जलाने को रोकने के लिए 1,269 कर्मियों की 573 पेट्रोलिंग टीम निगरानी करेगी. 525 कर्मियों की 235 टीम रात्रि में तथा 694 कर्मियों की 338 टीम दिन में पेट्रोलिंग करेंगी. लैंडफिल साइट्स पर आग लगने की घटनाओं को रोकने के लिए एसओपी के आधार पर कार्य होगा.

33 टीम औद्योगिक क्षेत्र में अवैध रूप से कचरे की डंपिंग की निगरानी के लिए तैनात की गई है. औधोगिक कचरे को निपटाने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है. इस बात को सुनिश्चित किया जा रहा है कि औद्योगिक क्षेत्रों से औद्योगिक कचरे का उठाना और उचित निपटान नियमित हो सके.

दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय के मुताबिक 7 सिटी फॉरेस्ट का सुधार किया जाएगा, जिसमें पर्यावरण के अनुकूल ट्रेल्स, साइकिल मार्ग, पक्षी देखने के डेक, कैनोपी वॉक, बैठने के लिए जगह, ओपन इंटरप्रिटेशन साइनेज आदि का निर्माण किया जाएगा. तीन नए सिटी फॉरेस्ट बनाने का प्रस्ताव किया जा रहा है. वन विभाग को नोडल एजेंसी के तौर पर नियुक्त किया गया है. दिल्ली की 1,367 झीलों की उपस्थिति की रियल्टी चेक की जाएगी. ई-वेस्ट कूड़े से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली में ई-वेस्ट इको पार्क बनाया जा रहा है.

जीसीबी/एबीएम