सुखबीर सिंह बादल बच गए, क्योंकि वह भगवान के घर में थे : रवनीत सिंह बिट्टू

नई दिल्ली, 4 दिसंबर . रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने बुधवार को पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर में शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले की निंदा करते हुए हमलावर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, “सुखबीर सिंह बादल साहब की जान बचने का कारण यह था कि वह भगवान के घर के पास थे, और इसलिए अकाल पुरख ने उनकी रक्षा की. इसके बाद, मैं यह बताना चाहता हूं कि मेरी लड़ाई क्या थी. जब मुझे हर वक्त अकाली दल और उनके समर्थकों का सामना करना पड़ता था, तो ये लोग मुझे निशाना बनाते थे. चाहे वह मेरे दादाजी के कातिलों के बारे में हो, या और कुछ. मैं हमेशा यही कहता था कि ये लोग किसी के भी साथ नहीं रह सकते, किसी को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं.”

उन्होंने कहा, “मेरे दादाजी ने देश की सबसे बड़ी सुरंग का निर्माण कराया था, जो गुड़ैल जेल चंडीगढ़ में स्थित है. इस सुरंग को बनाने में भी नारायण सिंह चौरा का हाथ था. यह आदमी सुरंग बनाने में मदद करता था और इसके साथ ही एक महत्वपूर्ण काम भी करता था. यह उन सभी अपराधियों को जो पकड़ने से बचने की कोशिश करते थे, उन्हें भगाने में मदद करता था.”

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मुझे यह लगता है कि इन अपराधियों को कभी सजा नहीं मिलती. अब मैं यह मानता हूं कि अगर ये लोग बाहर हैं, तो यह किसी भी वक्त आपको काट सकते हैं. नारायण सिंह चौरा, जैसे लोगों का यदि बचाव होता है, तो कोर्ट और पुलिस को इनकी गिरफ्तारी पर कोई सख्ती नहीं होती. कई बार बड़े वकील, जिनका कनेक्शन विदेश से होता है, इनकी मदद करने आते हैं और उन्हें सजा से बचा लेते हैं.”

उन्होंने कहा, “मैं हमेशा इनकी निंदा करता हूं और कहता हूं कि इनकी असली जगह जेल है. जब तक इन्हें जेल में रखा नहीं जाता, यह किसी भी वक्त माहौल को खराब कर सकते हैं. पंजाब का माहौल बिगाड़ने की कोशिशें हो रही हैं, और इसके लिए सख्त जांच की आवश्यकता है.”

एसएचके/एकेजे