नीट सुनवाई की तारीख टलने पर छात्रों ने जताई निराशा, कहा– ऐसा कब तक चलेगा

नई दिल्ली, 11 जुलाई . नीट की सुनवाई स्थगित होने पर छात्रों ने निराशा जाहिर की है. से बातचीत के दौरान छात्रों ने कहा कि जिस तरह से नीट की सुनवाई की तारीख आगे बढ़ती जा रही है, उससे यह साफ जाहिर हो रहा है कि हमारा भविष्य अधर में लटका हुआ है. हमें पढ़ाई में बाधा पहुंच रही है. हमें कुछ समझ नहीं आ रहा है कि क्या किया जाए. कोर्ट लगातार तारीख पर तारीख दिए जा रहा है. कोर्ट को जल्द से जल्द किसी नतीजे पर पहुंचना चाहिए ताकि हम आगे का प्लान तैयार कर सकें.

विकास नाम के छात्र ने से बातचीत में कहा, “ये लोग तारीख पर तारीख पर देते रहेंगे, तो डेट आगे बढ़ती रहेगी. हमारा समय बर्बाद होगा. इससे हमारे ऊपर यह चुनौती है कि हमें समय कितना मिलेगा पढ़ने के लिए, यह तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है. हमारा भविष्य अधर में लटका हुआ है. हम कोर्ट से मांग करते हैं कि तारीख पर तारीख देना बंद करे और तुरंत फैसला सुनाए, ताकि हम आगे का प्लान तैयार कर सकें. पहले आठ तारीख को सुनवाई होनी थी. इसके बाद 11 और अब 18 जुलाई. कोर्ट की इस व्यवस्था से हम परेशान हो रहे हैं. इतने दिनों का गैप दिया हुआ है. हम लोग अभी इसके लिए तैयार नहीं हैं. ये लोग कह रहे हैं कि बिहार में ही पेपर लीक हुआ है, लेकिन कई राज्यों से लोग गिरफ्तार हो रहे हैं. ऐसे में सवाल है कि अगर बिहार में ही पेपर लीक हुआ है, तो अलग-अलग राज्यों से लोग क्यों गिरफ्तार हो रहे हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “कई ऐसे छात्र हैं जो कि ऐसा कह रहे हैं कि हमारे पास भी पेपर लीक हुआ था. हमारे पास भी पेपर आए थे, लेकिन अब हमारे पास कोई साक्ष्य नहीं है, क्योंकि हम उसे डिलीट कर चुके हैं. हमारे पास कोई साक्ष्य नहीं है. लिहाजा हमारी कोर्ट से मांग है कि तारीख पर तारीख देना बंद करे और जल्द से जल्द फैसला ले.“

गौरतलब है कि गुरुवार को नीट मामले पर सुनवाई होनी थी, लेकिन स्थगित कर दी गई. अब अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी. बीते दिनों इस संबंध में केंद्र सरकार और एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा भी दाखिल किया था. दोनों ने ही अपने हलफनामे में दावा किया है कि परीक्षा में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, लेकिन छात्रों का दावा है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है.

वहीं, एक हर्ष दुबे नाम के छात्र ने से बातचीत में कहा, “मेरा एक ही सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है. आखिर क्यों बच्चों से जुड़े मामलों को लगातार टाला जा रहा है. कई मामलों पर सुप्रीम कोर्ट ने रात में अदालत खोलकर फैसला सुनाया, सुनवाई की, लेकिन अब जब बच्चों के भविष्य से जुड़ा मामला है, तो उसे लगातार टाला जा रहा है. आप लगातार तारीख पर तारीख दिए जा रहे हो. आप इस बात को डिनाइ कर रहे हो कि पेपर लीक नहीं हुआ है. अगर इस तरह से सब कुछ चलता रहा, तो हम सब कुछ भूल ही जाएंगे. इस तरह से पांच छह महीने निकल जाएंगे. हमें बता दीजिए कि इस दिन पेपर है. इसके बाद हम तैयारी करेंगे, लेकिन आप तो लगातार इस बात को डिनाई कर रहे हैं कि इनके पास कोई साक्ष्य नहीं है.“

छात्र ने आगे कहा, “एनटीए के लोग काफी पावरफुल हैं. वो लोग तो अपने साथ सारे साक्ष्य लेकर आएंगे और यह साबित करने का प्रयास करेंगे कि पेपर लीक नहीं हुआ है, लेकिन हम छात्रों के पास ऐसा कुछ नहीं है, इसलिए सुप्रीम कोर्ट से मेरी गुहार है कि जल्द से जल्द हमारा केस ले, क्योंकि हमारे पास इन लोगों की तरह धनबल और बाहुबल नहीं है. हम लोग सामान्य छात्र हैं.“

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