नई दिल्ली, 28 सितंबर . सरकार ने शनिवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि में देश में कुछ प्रमुख खनिजों के उत्पादन में बड़ी वृद्धि देखी गई.
मूल्य के हिसाब से कुल खनिज उत्पादन में लौह अयस्क का योगदान लगभग 70 प्रतिशत रहा.
वित्त वर्ष 2023-24 में रिकॉर्ड उत्पादन स्तर पर पहुंचने के बाद प्रमुख खनिजों और अलौह धातुओं के उत्पादन में बड़ी वृद्धि देखी गई.
खान मंत्रालय के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में लौह अयस्क का उत्पादन 27.4 करोड़ टन था.
मौजूदा वित्त वर्ष के पहले पांच महीने में लौह अयस्क का उत्पादन 11.6 करोड़ टन तक पहुंच गया, जो कि वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि के 10.8 करोड़ टन की तुलना में 7.4 प्रतिशत अधिक है.
मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-अगस्त की अवधि में मैंगनीज अयस्क का उत्पादन 15.4 प्रतिशत बढ़कर 15 लाख टन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 13 लाख टन था.
मंत्रालय के अनुसार, अलौह धातु क्षेत्र में प्राथमिक एल्युमीनियम उत्पादन में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो वित्त वर्ष 2023-24 के पहले पांच महीने (अप्रैल-अगस्त) में 17.26 लाख टन से बढ़कर मौजूदा वित्त वर्ष की इसी अवधि में 17.49 लाख टन हो गया.
इसी तुलनात्मक अवधि के दौरान, परिष्कृत तांबे का उत्पादन 5.8 प्रतिशत बढ़कर 1.91 लाख टन से 2.02 लाख टन हो गया है.
भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा एल्युमीनियम उत्पादक, परिष्कृत तांबे के मामले में शीर्ष 10 उत्पादकों में से एक और चौथा सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक है.
मंत्रालय के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में लौह अयस्क के उत्पादन में निरंतर वृद्धि, उपयोगकर्ता उद्योग और इस्पात में मजबूत मांग की स्थिति को दर्शाता है.
वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में देश में लौह अयस्क और चूना पत्थर जैसे प्रमुख खनिजों के उत्पादन में मजबूत वृद्धि देखी गई.
मंत्रालय ने कहा, “एल्यूमीनियम और तांबे में वृद्धि के साथ, ये वृद्धि रुझान ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, निर्माण, ऑटोमोटिव और मशीनरी जैसे उपयोगकर्ता क्षेत्रों में निरंतर मजबूत आर्थिक गतिविधि की ओर इशारा करते हैं.”
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एकेएस/एकेजे