हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनाव आयोग ने राज्य में चल रही सरकारी भर्तियों पर रोक लगा दी है. कांग्रेस पार्टी पर आरोप है कि उसने ‘भर्ती रोको गैंग’ बनाकर भर्तियों में बाधा डाली है.
बीजेपी का दावा: 10 साल में 1.5 लाख नौकरियां
बीजेपी का दावा है कि पिछले 10 सालों में उसने प्रदेश में 1.5 लाख बेरोजगारों को सरकारी नौकरी दी है. पार्टी का कहना है कि उन्होंने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया है और बिना किसी सिफारिश या रिश्वत के नौकरियां दी हैं.
कांग्रेस ने क्यों रोकी भर्तियां?
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भर्ती प्रक्रिया में आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है. पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद आयोग ने भर्ती परिणामों पर रोक लगा दी.
कौन सी भर्तियां अटकीं?
हरियाणा पुलिस कांस्टेबल, टीजीटी, पीटीआई और अन्य कई पदों की भर्तियां इस रोक से प्रभावित हुई हैं.
युवाओं में रोष
भर्ती प्रक्रिया रुकने से युवाओं में काफी रोष है. कई युवाओं ने कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के घर के बाहर प्रदर्शन किया.
चुनाव आयोग का फैसला
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि भर्ती प्रक्रिया चुनाव से पहले शुरू हुई थी और यह मौजूदा आदर्श आचार संहिता के दिशा-निर्देशों के अनुसार है. हालांकि, भर्ती परिणाम चुनाव के बाद ही घोषित किए जाएंगे.