मुंबई, 2 जुलाई . भारतीय शेयर बाजार का प्रदर्शन 2024 में अब तक शानदार रहा है. इस वर्ष की पहली छमाही में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने करीब 10 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को दिया है.
जानकारों का मानना है कि आगे आने वाले समय में भी यह ट्रेंड जारी रह सकता है. एक्सपर्ट्स इसकी वजह विदेशी निवेशकों की ओर से बाजार में की जा रही खरीदारी और फेड द्वारा ब्याज दरों में कमी की संभावना को मान रहे हैं. इस वजह से खर्च बढ़ सकता है और यह अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है.
बता दें, पिछले कुछ दिनों से बाजार के मुख्य सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब रोज नया ऑल टाइम हाई बना रहे हैं. 2 जुलाई को बाजार खुलते ही सेंसेक्स और निफ्टी ने 79,855 और 24,236 का नया ऑल टाइम हाई बनाया.
जियोजित फाइनेंसियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि हमें लगता है कि आने वाले समय में ये ट्रेंड जारी रह सकता है. इसकी वजह खर्च बढ़ने की उम्मीद है. निवेशकों के लिए फेड स्पीच काफी महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि इससे ब्याज दर की दिशा तय होगी. इसका असर बाजार पर देखने को मिल सकता है. एफपीआई की ओर से जून में कुल 26,565 करोड़ रुपये भारतीय शेयर बाजार में निवेश किए गए हैं.
बता दें, अप्रैल और मई के महीनों में विदेशी निवेशकों द्वारा शेयर बाजार में शुद्ध रूप से बिकवाली की जा रही थी.
वॉटरफील्ड एडवाइजर्स में लिस्टेड इन्वेस्टमेंट के डायरेक्टर विपुल भोवार ने कहा कि चुनाव के बाद नई सरकार बनने और सुधार को लेकर प्रतिबद्धता दिखाए जाने के कारण जीडीपी विकास दर के अनुमान अच्छे हैं. इससे विदेशी निवेशक भारत की ओर से आकर्षित हुए हैं. बाजार ऊपरी स्तरों पर होने के कारण फॉरेन पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) पूरे बाजार की जगह कुछ चुनिंदा सेक्टर जैसे फाइनेंसियल, ऑटो, कैपिटल गुड्स, रियल एस्टेट और चुनिंदा कंज्यूमर शेयरों में खरीदारी कर रहे हैं. हमें उम्मीद है आने वाले समय में यह ट्रेंड जारी रहेगा.
भोवार ने आगे कहा कि बाजार का आने वाले समय में फोकस बजट और वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के कॉरपोरेट नतीजों पर होगा.
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एबीएस/