नई दिल्ली, 18 सितंबर . घरेलू बाजारों में गति धीमी पड़ गई है. इस सप्ताह नीतिगत दर निर्णय के मसौदे को लेकर निवेशक सशंकित हैं. जियोजित फाइनेंसियल सर्विसेज के हेड ऑफ रिसर्च विनोद नायर ने ये बात कही है.
जहां निफ्टी 59.05 अंक गिरकर 20,133 पर बंद हुआ, वहीं सेंसेक्स 241.79 अंक टूटकर 67,596.84 पर बंद हुआ, जिससे 11 दिन के उछाल का सिलसिला टूट गया.
कच्चे तेल की आपूर्ति में कटौती के साथ-साथ चीन में मांग में फिर से बढ़ोतरी की उम्मीदों से भी निवेशकों का विश्वास प्रभावित हुआ है. नायर ने कहा कि फेड रेट में बढ़ोतरी की आशंका फिर से बढ़ गई है, जैसा कि अमेरिकी बांड यील्ड में बढ़ोतरी से पता चलता है. बाजार प्रमुख केंद्रीय बैंकों से स्पष्टीकरण का इंतजार कर रहे हैं.
प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर ने कहा कि भारतीय इक्विटी ने सप्ताह की शुरुआत धीमी गति से की और पूरे दिन सूचकांक सीमित दायरे में रहा.
पीएसयू बैंकिंग 3.39 प्रतिशत की बढ़त के साथ दिन के अंत में शीर्ष प्रदर्शन करने वाला रहा. ऑटो और एनर्जी सेक्टर ने भी अच्छा प्रदर्शन किया और 0.70 प्रतिशत से अधिक की बढ़त हासिल की. दूसरी ओर, रियल्टी, मीडिया और मेटल पिछड़े हुए थे.
बोनान्ज़ा पोर्टफोलियो के शोध विश्लेषक वैभव विदवानी ने कहा कि जुपिटर लाइफ लाइन हॉस्पिटल्स के शेयरों ने ईशू प्राइस से 32 प्रतिशत प्रीमियम पर बाजार में शुरुआत की. स्टॉक का आईपीओ मूल्य 735 रुपये था और यह 1,075 रुपये पर बंद हुआ. एनएसई और बीएसई पर यह क्रमश: 973 रुपये और 960 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ.
निफ्टी पर टाइटन कंपनी, एमएंडएम, बीपीसीएल, एचडीएफसी लाइफ और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन शीर्ष लाभ वालों में से थे, जबकि हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, जियो फाइनेंशियल, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल और अदानी पोर्ट्स शीर्ष पिछड़ने वालों में से थे.
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