मुंबई, 28 नवंबर . भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को लाल निशान में बंद हुआ. घरेलू बाजार में यह गिरावट वैश्विक बाजारों में आई गिरावट के अनुरूप रही. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर बढ़ती चिंताओं और अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता के कारण बाजार में गिरावट देखी गई.
सेंसेक्स 1,190.34 अंक या 1.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79,043.74 पर बंद हुआ. निफ्टी 360.75 अंक या 1.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,914.15 पर बंद हुआ. इस गिरावट का नेतृत्व आईटी शेयरों ने किया. निफ्टी आईटी इंडेक्स में भारी बिकवाली देखी गई और यह दो प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट के साथ 42,968.75 पर बंद हुआ.
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने लार्जकैप से बेहतर प्रदर्शन किया. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 28.40 अंक या 0.05 प्रतिशत बढ़कर 56,300.75 पर पहुंच गया. निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 8.70 अंक या 0.05 प्रतिशत बढ़कर 18,511.55 पर पहुंच गया.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,208 शेयर हरे निशान और 1,731 शेयर लाल निशान में बंद हुए. जबकि, 106 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ.
बाजार के जानकारों ने कहा, “अमेरिकी बाजार में रातों-रात हुई बिकवाली ने हैवीवेट आईटी शेयरों में गिरावट को बढ़ावा दिया, जो ब्याज दरों में कटौती की दिशा में नई अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के कारण हुई.”
उन्होंने आगे बताया कि इसके विपरीत, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) और कम मूल्य वाले शेयरों में अवसर तलाशने वाले निवेशकों के रुख में बदलाव के कारण बाजार ने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया.
निफ्टी सेक्टोरल इंडेक्स में आईटी, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, मेटल, एनर्जी, प्राइवेट बैंक, इंफ्रा और कमोडिटीज में बिकवाली रही. वहीं, पीएसयू बैंक, मीडिया और रियल्टी सेक्टर में खरीदारी रही.
सेंसेक्स पैक में एसबीआई को छोड़कर सभी शेयर लाल निशान में बंद हुए. एमएंडएम और इंफोसिस टॉप लूजर्स रहे.
इससे पहले बुधवार को संस्थागत गतिविधियां मिली-जुली रही. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 7.78 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 1,301.97 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की.
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एसकेटी/एबीएम