मुंबई, 4 सितंबर . भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुए. बाजार में गिरावट की वजह नकारात्मक वैश्विक संकेतों का होना था.
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 202 अंक या 0.25 प्रतिशत गिरकर 82,352 और निफ्टी 81 अंक या 0.32 प्रतिशत गिरकर 25,198 पर था. गिरावट का सबसे ज्यादा असर बैंकिंग और आईटी शेयरों पर देखने को मिला.
निफ्टी बैंक 288 अंक या 0.56 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,400 और निफ्टी आईटी 400 अंक या 0.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 42,450 पर बंद हुआ. इसके अलावा ऑटो, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, मेटल और एनर्जी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए. फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी और मीडिया इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं.
सेंसेक्स पैक में एशियन पेंट्स, एचयूएल, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, रिलायंस, एचडीएफसी बैंक और भारती एयरटेल टॉप गेनर्स थे. विप्रो, एमएंडएम, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, इन्फोसिस, एलएंडटी और टीसीएस टॉप लूजर्स थे.
शेयर बाजार का रुझान भी नकारात्मक था. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,916 शेयर हरे निशान में और 2,035 शेयर लाल निशान में बंद हुए हैं. लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप में कम गिरावट हुई है. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 74 अंक या 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,223 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 4 अंक की मामूली गिरावट के साथ 19,322 पर बंद हुआ.
जानकारों का कहना है कि अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग के आंकड़े कमजोर आने के कारण यूएस में मंदी का खतरा बढ़ गया है. इसके कारण भारतीय बाजारों में बड़ी गिरावट देखने को मिली. मंदी की आशंका के कारण कच्चे तेल की कीमतें भी नौ महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं.
शेयर बाजार बुधवार को गिरावट के साथ खुला था. सुबह 9:24 बजे सेंसेक्स 527 अंक या 0.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ 82,028 और निफ्टी 163 अंक या 0.06 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,113 पर था.
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एबीएस/एबीएम