मुंबई, 23 अक्टूबर . भारतीय शेयर बाजार बुधवार के कारोबारी दिन लाल निशान में बंद हुआ. कारोबार के अंत में ऑटो, फार्मा और मेटल सेक्टर में बिकवाली देखने को मिली. सेंसेक्स 138.74 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के बाद 80,081.98 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 36.60 अंक या 0.15 प्रतिशत गिरने के बाद 24,435.50 पर बंद हुआ.
निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स कारोबार के अंत में 359.50 अंक या 0.64 प्रतिशत चढ़ने के बाद 56,533.55 पर बंद हुआ. निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 225.20 अंक या 1.25 प्रतिशत चढ़ने के बाद 18,286.20 पर बंद हुआ. निफ्टी बैंक 18.15 अंक या 0.04 प्रतिशत गिरने के बाद 51,239.00 पर बंद हुआ.
निफ्टी के ऑटो, फार्मा, मेटल, रियल्टी, एनर्जी, प्राइवेट बैंक, इंफ्रा, कमोडिटी सेक्टर में बिकवाली देखने को मिली. वहीं, आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विसेज, एफएमसीजी सेक्टर और मीडिया में खरीदारी हुई. हालांकि, बाजार का रुझान सकारात्मक रहा.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,189 शेयर्स हरे, 1,743 शेयर्स लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे. वहीं, 99 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए. सेंसेक्स पैक में बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, टीसीएस, बजाज फिनसर्व, कोटक महिंद्रा बैंक और मारुति टॉप गेनर्स रहे. वहीं, एम एंड एम, सन फार्मा, पावर ग्रिड, एलएंडटी, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक और टाइटन टॉप लूजर्स रहे.
निफ्टी पैक में बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, बजाज ऑटो, टाटा कंज्यूमर, टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक, कोल इंडिया और इंफोसिस टॉप गेनर्स रहे. वहीं, एम एंड एम, सन फार्मा, आयशर मोटर्स, एलएंडटी, श्रीराम फाइनेंस और एनटीपीसी टॉप लूजर्स रहे.
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 22 अक्टूबर को 3,978 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 5,869 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.
बाजार के जानकारों के अनुसार, “दिन भर के कारोबार में उतार-चढ़ाव देखा गया. निफ्टी दोनों दिशाओं में झूलता रहा और अंततः 37 अंक नीचे नकारात्मक रूप से बंद हुआ. निफ्टी ने वापसी की, हालांकि इसे उच्च स्तरों पर टिके रहने में असमर्थता का संकेत देते हुए बेचा गया. दैनिक और प्रति घंटा गति संकेतक में नकारात्मक क्रॉसओवर है, जो एक बिक्री संकेत है. इस प्रकार, मूल्य और गति संकेतक को देखते हुए हम उम्मीद करते हैं कि रेंजबाउंड मूल्य कार्रवाई जारी रहेगी. सीमा 24,400 – 24,750 होने की संभावना है.”
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एसकेटी/एबीएम