स्टार्टअप फंडिंग इस हफ्ते 2.3 गुना बढ़कर 357 मिलियन डॉलर हुई

नई दिल्ली, 6 अप्रैल . भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में इस हफ्ते मजबूत गतिविधि देखने को मिली. इस दौरान कुल फंडिंग 2.3 गुना बढ़कर 357.29 मिलियन डॉलर हो गई है और 30 डील हुई हैं. पिछल हफ्ते यह आंकड़ा 152.49 मिलियन डॉलर पर था.

स्टार्टअप फंडिंग में हुई बढ़ोतरी निवेशकों का भारत की ग्रोथ स्टोरी में बढ़ते हुए भरोसे को दिखाती है. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा था कि देश को 2027 तक तीसरी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनाने की यात्रा में स्टार्टअप्स की भूमिका अहम होगी.

इस हफ्ते हुए कुल 30 डील में से 6 विकास चरण और 21 शुरुआती चरण की डील थी. शेष तीन अन्य स्टार्टअप्स ने जुटाए गए फंड का खुलासा नहीं किया है.

विकास चरण की सबसे बड़ी फंडिंग डील यूज्ड कार प्लेटफॉर्म स्पिनी द्वारा की गई है. इसका साइज 131 मिलियन डॉलर था.

इसके बाद शेफ रोबोटिक्स ने 43 मिलियन डॉलर और ट्रैवल फिनटेक स्केपिया का स्थान रहा, जिसने पीक एक्सवी पार्टनर्स के नेतृत्व में सीरीज बी राउंड में 40 मिलियन डॉलर जुटाए.

इसके अतिरिक्त, इन्फिनिटी फिनकॉर्प, प्रतिलिपि और टोनबो इमेजिंग ने विकास चरण में फंड जुटाया है.

शुरुआती चरण में क्लीन एनर्जी स्टार्टअप एरेम 11.7 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाकर शीर्ष पर रहा. रैपिडक्लेम्स, स्वीट करम कॉफी, द बेयर हाउस, फर्दर एआई और कॉलेजदेखो जैसी अन्य कंपनियों ने भी फंड जुटाया है.

13 फंडिंग डील के साथ बेंगलुरू शीर्ष पर रहा, उसके बाद दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई और इंदौर का स्थान रहा.

सेक्टर के हिसाब से, हेल्थटेक में सबसे अधिक पांच डील हुई. इसके बाद फूडटेक और ई-कॉमर्स का स्थान रहा.

इस सप्ताह की शुरुआत में ‘स्टार्टअप महाकुंभ’ कार्यक्रम में बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री गोयल ने का था कि ‘विकसित भारत 2047’ के विजन को साकार करने में स्टार्टअप और इनोवेशन की अहम भूमिका होगी.

गोयल ने 3 अप्रैल को कहा, “वर्तमान में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, भारत 2025 के अंत तक चौथी सबसे बड़ी और 2027 तक जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ते हुए तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है.”

उन्होंने इस वृद्धि का श्रेय मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम को दिया.

एबीएस/