चेन्नई, 11 मार्च . तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा है कि केंद्र सरकार फंड छीनकर राज्यों का विकास रोकने का प्रयास कर रही है.
केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए स्टालिन ने कहा कि भाजपा राज्य, संस्कृति और परंपरा को नष्ट करने की कोशिश कर रही है.
560 करोड़ की 75 परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद धर्मपुरी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही. इसके अलावा उन्होंने धर्मपुरी और कृष्णागिरि जिले में 8,736 करोड़ रुपए की सहायता राशि लाभार्थियों को वितरीत किए.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तमिलनाडु के दौरे को चुनावी नौटंकी बताया और यह भी कहा कि उस वक्त प्रधानमंत्री नहीं दिखे, जब दिसंबर 2023 में पूरा राज्य बाढ़ से जूझ रहा था.
स्टालिन ने कहा कि लोकसभा चुनाव की वजह से ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) परियोजना को गति मिली और उपहास उड़ाते हुए कहा कि एम्स की आधारशीला 2019 में रखी गई थी, लेकिन उसमें प्रगति अब देखने को मिली है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि सिलेंडर गैस की कीमत में एकाएक की गई कटौती कुछ नहीं महज चुनावी नौटंकी है और तमिलनाडु के लोग इस तरह की चुनावी नौटंकी में फंसने वाले नहीं हैं.
डीएमके में परिवारवाद की आलोचना के जवाब में स्टालिन ने कहा कि डीएमके का शासन राज्य के करोड़ों लोगों के लिए है और ये सभी लोग किसी न किसी पार्टी के परिवार के सदस्य की तरह हैं.
उन्होंने आगे कहा कि एआईएडीएमके के शासनकाल में कोई भी कल्याणकारी योजना ना ही लागू की गई थी और ना ही क्रियान्वित की गई थी और यह सभी लोग सिर्फ और सिर्फ राज्य के धन को लूटने में लगे हुए थे.
स्टालिन ने सवालिया लहजे में कहा कि एआईएडीएमके आज तक अपने शासनकाल में कोई भी कल्याणकारी परियोजना को पूरा कर पाई?
उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक ने धर्मपुरी-होगेनक्कल पेयजल परियोजना को बंद कर दिया था, जिसे पिछली द्रमुक सरकार ने शुरू किया था.
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