बासी रोटी पेट के लिए अमृत, ब्लड शुगर और कब्ज से दिलाता है राहत

New Delhi, 14 सितंबर . रोटी हमारे हर रोज के खाने का अहम हिस्सा है. चाहे दोपहर का खाना हो या रात का, रोटी के बिना थाली अधूरी लगती है. अक्सर ऐसा होता है कि रात में कुछ रोटियां बच जाती हैं. ज्यादातर लोग उन्हें या तो फेंक देते हैं या मन मारकर खाते हैं. इन बासी रोटियों को लेकर आयुर्वेद और विज्ञान दोनों का मानना है कि इनमें कई ऐसे गुण होते हैं, जो शरीर को फायदा पहुंचाते हैं.

फिर चाहे वो पाचन की बात हो, शुगर लेवल की, या फिर इम्यूनिटी और वजन की.

अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, जब रोटी को पूरी रात रखा जाता है, तो उसमें एक हल्की-सी प्राकृतिक प्रक्रिया शुरू होती है, जिसे हम किण्वन या फर्मेंटेशन कहते हैं. इस प्रक्रिया से रोटी में ऐसा स्टार्च बनता है, जो शरीर में धीरे-धीरे पचता है. जब खाना धीरे पचता है, तो पेट ज्यादा देर तक भरा हुआ लगता है और खून में शुगर भी तेजी से नहीं बढ़ती. इसी कारण ब्लड शुगर के मरीजों के लिए सुबह बासी रोटी खाना बहुत फायदेमंद हो सकता है, खासकर अगर आप इसे ठंडे दूध में भिगोकर खाएं.

इसके अलावा, बासी रोटी पाचन के लिए भी बहुत अच्छी मानी जाती है. जब रोटी फर्मेंट होती है, तो इसमें कुछ ऐसे तत्व बनते हैं, जो पेट में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं. ये बैक्टीरिया हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं और कब्ज, गैस और पेट की जलन जैसी समस्याओं को दूर करते हैं.

यह इम्यूनिटी, यानी शरीर की ताकत, को बढ़ाते हैं. हमारी सेहत का बड़ा हिस्सा हमारे पेट से जुड़ा होता है. जब पेट साफ और स्वस्थ होता है, तो शरीर की रोगों से लड़ने की ताकत बढ़ती है. बासी रोटी में बनने वाले प्री-बायोटिक तत्व शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं. इससे बार-बार होने वाली सर्दी-खांसी या कमजोरी से भी बचाव होता है.

जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं, उनके लिए भी बासी रोटी बहुत अच्छा विकल्प है. बासी रोटी में कैलोरी कम होती है और फाइबर ज्यादा होता है. इसे खाने के बाद जल्दी भूख नहीं लगती. जब आप कम खाते हैं, तो शरीर का वजन भी धीरे-धीरे कम होने लगता है. साथ ही, ये शरीर में जमा अतिरिक्त चर्बी को भी घटाने में मदद करती है.

बासी रोटी में बना खास तरह का स्टार्च आंतों को साफ करता है और शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल लेने में मदद करता है.

पीके/एबीएम