मुंबई, 12 मई . सृति झा पर ‘ब्यूटी विद् ब्रेन’ कहावत फिट बैठती है. जितनी अच्छी वो अदाकारा हैं उतनी ही अच्छी बातें भी करती हैं. सोशल प्लेटफॉर्म्स पर उनके स्टैंड अप शो को काफी पसंद भी किया जाता है. अभिनेत्री ने अपने हालिया पोस्ट से फिर बौद्धिकता का बोध कराया है! उन्होंने इंस्टा पर एक ऐसा पोस्ट शेयर किया और रिचर्ड फेनमैन की किताब ‘सिक्स इजी पीसेस’ से प्रेरित है.
सृति ने अपने पोस्ट में एक गिलास की तस्वीर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “एक कवि ने कहा था कि पूरे ब्रह्मांड को एक वाइन के गिलास में देखा जा सकता है. हम शायद कभी नहीं जान पाएंगे कि उसका क्या मतलब था, क्योंकि कवि समझे जाने के लिए नहीं लिखते. लेकिन यह सच है कि अगर हम इस गिलास को करीब से देखें तो पूरा ब्रह्मांड दिखाई देता है.”
उन्होंने आगे लिखा, “जब आप वाइन के गिलास को देखें तो इसका लिक्विड मौसम के अनुसार भाप बनकर उड़ जाता है, ध्यान से देखें तो यह बगल की चीजों को रिफ्लेक्ट करता है और इसके साथ हमारे विचार एक एटम की तरह दिखते हैं- ये सब भौतिकशास्त्र के नियम ही तो हैं. गिलास जिस कांच से बना है, वह धरती की चट्टानों से आता है. उसे बनाने की प्रक्रिया में धरती की उम्र और उसके इतिहास की झलक मिलती है. गिलास और वाइन में जो तत्व हैं, वे सितारों के अंदर बनी हुई चीजों से बने हैं.”
एक्ट्रेस ने आगे लिखा, “वाइन में कई रासायनिक पदार्थ होते हैं – जैसे अल्कोहल, एंजाइम, शुगर. यह पूरी प्रक्रिया फर्मेंटेशन कहलाती है, जिसमें जीवन की केमिस्ट्री छुपी है. जब हम वाइन को देखते हैं, उसका रंग, उसका स्वाद, उसकी खुशबू, यह हमारे दिमाग और भावनाओं पर असर डालता है. यह मनोविज्ञान से जुड़ा है. हम इंसान चीजों को अलग-अलग हिस्सों में बांटते हैं ताकि उन्हें समझ सकें, लेकिन प्रकृति में ऐसा कोई बंटवारा नहीं है. हर चीज एक-दूसरे से जुड़ी हुई है, इसलिए विज्ञान को भी एक-दूसरे से जोड़कर देखना चाहिए.”
सृति हाल ही में जी टीवी के सीरियल ‘कैसे मुझे तुम मिल गई’ में अर्जित तनेजा के अपोजिट दिखी थीं. यह धारावाहिक अब ऑफ एयर हो गया है, जिसकी जानकारी झा ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट पर दी थी. वह सोशल मीडिया के जरिए फैंस से जुड़ी रहती हैं.
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पीके/केआर