चेन्नई, 6 अक्टूबर . तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले के नाम्बियार नगर मछुआरा गांव के 11 मछुआरों पर श्रीलंकाई समुद्री लुटेरों ने हमला कर दिया. यह चौंकाने वाली घटना उस वक्त हुई जब मछुआरे रोज की तरह अपनी नाव से समुद्र में मछली पकड़ने गए थे.
हमले का शिकार बने मछुआरों की पहचान ससी कुमार, उदयशंकर, शिवशंकर, किरुबा, कमलेश, विग्नेश, विमल, सुब्रमण्यम, तिरुमुरुगन, मुरुगन और अरुण के रूप में हुई है.
हमलावरों ने मछुआरों पर धारदार दरांती, लोहे की रॉड और लकड़ी के डंडों से हमला किया. इस हमले में मछुआरों को गंभीर चोटें आई हैं. सबसे ज्यादा घायल हुए शिवशंकर को बाएं हाथ में गहरी चोट आई और उन्हें गंभीर हालत में तंजावुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बाकी के 10 मछुआरों का इलाज नागपट्टिनम के स्थानीय अस्पताल में चल रहा है.
लुटेरों ने न केवल हमला किया, बल्कि नाव का इंजन, जीपीएस डिवाइस, वॉकी-टॉकी, मछली पकड़ने के महंगे जाल और समुद्र से पकड़ी गई मछलियों को भी लूट लिया.
बताया जा रहा है कि ये समुद्री लुटेरे श्रीलंका की ओर से आए थे. मछुआरे जब समुद्र में मछली पकड़ रहे थे, तभी लुटेरे अचानक उनकी नाव के पास पहुंचे और हमला शुरू कर दिया.
हमले के बाद नाव पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और मछुआरों को तट तक लौटने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा.
यह पहली बार नहीं है जब तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंकाई समुद्री लुटेरों का शिकार होना पड़ा है. इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. पिछले साल फरवरी और अप्रैल के महीने में भी श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं ने तमिलनाडु के नागापट्टिनम के मछुआरों पर हमला किया था और उन्हें घटल कर उनका सामान लूट ले गए थे.
स्थानीय मछुआरा संघों और ग्रामीणों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और राज्य एवं केंद्र Government से अपील की है कि मछुआरों की सुरक्षा के लिए तुरंत कड़े कदम उठाए जाएं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
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वीकेयू/वीसी