श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 13 मछुआरों को किया गिरफ्तार

चेन्नई, 28 जनवरी . श्रीलंकाई नौसेना ने तमिलनाडु के 13 मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया है. उसने आरोप लगाया है कि वे
श्रीलंका के समुद्री जल क्षेत्र में अवैध रूप से घुस गए थे.

श्रीलंकाई नौसेना की गोलीबारी में दो मछुआरे गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें श्रीलंका के जाफना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

जानकारी के मुताबिक सोमवार की रात करीब 10 बजे तमिलनाडु के कोडियाकराई के पास स्थित कराईकल के 20 से अधिक मछुआरे एक मोटरबोट में मछली पकड़ रहे थे. उन्हें श्रीलंकाई नौसेना की दो गश्ती नौकाओं ने घेर लिया. इस दौरान मछुवारे भाग गए, लेकिन एक मोटरबोट श्रीलंकाई नौसेना के हाथ लगा.

कराईकल के क्लिंजल मेडु गांव के आनंदवेल की नाव में 13 मछुआरे सवार थे, जिनके नाम मणिकावेल, दिनेश, कार्तिकेयन, सेंथामिज, मैविलिनथन, वेत्रिवेल, नवाथ, राजेंद्रन, रामकी, शशिकुमार, नंदकुमार, बाबू और कुमारन हैं.

इसके अलावा नवाथ, राजेंद्रन, रामकी, शशिकुमार, नंदकुमार, बाबू और कुमारन, जो नगाई और मयिलादुथुराई से हैं.

श्रीलंकाई नौसेना को दावा था कि मछुआरे मुलातिवु जल क्षेत्र में मछली पकड़ रहे थे जो श्रीलंका की समुद्री सीमा में है. जब मछुआरे घबराकर भागने लगे, तो उन पर गोली चलाई गई.

श्रीलंकाई नौसेना ने बंदूक की नोंक पर नाव में सवार सभी 13 मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया.

बताया जाता है कि गोलीबारी में दो मछुआरे गंभीर रूप से घायल हो गए.

रिपोर्टों के अनुसार, घायल मछुआरों को जाफना टीचिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है. मछुआरों की मोटर बोट भी जब्त कर ली गई है और अन्य मछुआरों को श्रीलंकाई तटरक्षक शिविर में ले जाया गया. मछुआरों को मंगलवार को त्रिंकोमाली अदालत में पेश किए जाने की उम्मीद है.

इस बीच, मछुआरों पर गोली चलाने और उन्हें नाव सहित गिरफ्तार करने की घटना ने क्लिंजल मेडु गांव में खलबली मचा दी है. महिलाओं ने इकट्ठा होकर मछुआरों पर गोली चलाने की निंदा की और आंसू बहाते हुए केंद्र और राज्य सरकारों से मछुआरों और उनकी नाव को रिहा करने का अनुरोध किया.

महिलाओं ने कहा कि मछुआरे मछली पकड़ने गए थे, उन्हें आतंकवादियों की तरह क्यों गोली मारी गई? मछुआरे चिल्ला रहे थे.

एसएचके/एकेजे